रेवांचल टाइम्स:टीवी और फिल्मों में ऐसे कई विज्ञापन हमें देखने को मिलते हैं जो कि भ्रामक होते हैं। जैसे कि बेचा तो गुटखा जाता है परंतु विज्ञापन में इलायची दर्शाया जाता है, वहीं शराब को सोडा वाटर कहा जाता है। कभी दो मिनट में रंग गोरा होने का विज्ञापन होता है। अब ऐसे विज्ञापन कंपनियां नहीं कर पाएगी। इसके लिए सरकार ने नई गाइड लाइन जारी की है। सरकार की गाइड लाइन के अनुसार विज्ञापन में पारदर्शिता आवश्यक होगी।
वास्तव में विज्ञापन का मकसद दर्शकों यानी ग्राहकों को लुभाना होता है लेकिन वह उस पल भ्रामक बन जाता है जब सच्चाई की सीमा से बाहर निकलकर वह खोखले वादे और दावों की परत ओढ़ लेता है। सरकार ने अब ऐसे भ्रामक विज्ञापनों को रोकने का मन बना लिया है। पहले भी एक, दो मामले उठते रहे हैं और लोगों की नाराजगी सामने आने के बाद ऐक्शन लिए गए लेकिन अब सरकार ने भ्रामक विज्ञापनों को रोकने के लिए नए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं।
Report By Arti Lodhi-
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