रेवांचल टाईम्स :उत्तर प्रदेश के थानों में यूं तो विवादों को लेकर शिकायत पत्र पहुंचना आम बात है. यही नहीं, जब शिकायत पत्र पहुंचता है तो पुलिस भी कार्रवाई करती है. इस दौरान पहले दोनों पक्षों को बुलाया जाता है और अगर दोनों पक्ष कार्रवाई पर अड़े रहें तो पुलिस जांच कर वैधानिक कार्रवाई भी करती है. इस बीच कानपुर के मूलगंज थाने में एक अजीबोगरीब प्रार्थना पत्र पुलिस को दिया गया है, जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है. हैरानी की बात है कि कुत्ते के विवाद को लेकर थाने में कई घंटों तक पंचायत चली, तब जाकर मामले का समाधान हो सका.
बहरहाल, शिकायतकर्ता महिला ने मूलगंज थाने में आरोप पत्र दिया कि पड़ोस में रहने वाला युवक उसी पालतू कुतिया और उसके पिल्लों की जान लेना चाहता है. वहीं, पत्र मिलने के बाद पुलिस ने भी फैसला कराने के लिए शिकायतकर्ता और आरोपी युवक को थाने में बुलाया. इसके साथ पालतू कुतिया और उसके पिल्लों को भी थाने में लाया गया.
पंचायत के दौरान शिकायतकर्ता और आरोपी ने दीं अपनी अपनी दलीलें
पुलिस की पंचायत के दौरान पता चला कि जिस व्यक्ति पर कुतिया और पिल्लों को मारने का आरोप लगा है, उसका कुत्ता पिल्लों का बाप है. वहीं, शिकायतकर्ता महिला ने यह आरोप लगाया कि इन पिल्लों का बाप उनका पालतू कुत्ता ही है. आरोप-प्रत्यारोप को लेकर मूलगंज थाने में 4 घंटे तक पंचायत चलती रही. इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों का आपसी समझौता करा दिया. इसके साथ शिकायतकर्ता महिला और आरोपी की तरफ से थाने में लिखित रूप से एक दूसरे के प्रति पूरी तरह समझौते की बात कही गई है. वहीं, शिकायतकर्ता महिला और आरोपी युवक के बीच समझौता कराने में प्राभारी निरीक्षक मूलगंज के साथ इस मामले से संबंधित चौकी प्राभारी की अहम भूमिका रही. हालांकि जिस तरह पुलिस ने मामले की सही जांच पड़ताल करने के लिए पालतू कुत्ते समेत तीन लोगों को थाने बुलाया वो चर्चा का विषय बना हुआ है.
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