रेवांचल टाईम्स: कोरोना काल में हम पढ़ाई नहीं कर पाए गुरुजी, हमें पास कर दो... कोरोना में पैसों की तंगी हो गई है अच्छे नंबर देना... सर, कोरोना में हमें मम्मी छोड़कर चली गई नंबर देते समय ध्यान रखना... कोरोना के कारण हमारा परिवार परेशान है फेल मत करना... । यह वे नोट्स हैं, जो इन दिनों बोर्ड परीक्षा की कॉपियां जांचते समय शिक्षकों को मिल रहे हैं। मालव कन्या विद्यालय में मूल्यांकन चल रहा है। इस प्रकार के नोट्स कॉपी (उत्तरपुस्तिका) के पहले या आखिरी पन्ने पर विद्यार्थियों ने लिखे हैं। कुछ ने तो अलग से कागज रखकर अपनी बात कही है।
कोरोनाकाल की समस्याएं सबसे ज्यादा कॉपियां जांच रहे शिक्षकों ने बताया कि नोट्स में सबसे ज्यादा कोरोना में पढ़ाई नहीं कर पाने, परिजन की मौत और परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण लिखे गए हैं। छात्र भावनात्मक अपील कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि इस प्रकार के नोट्स से कॉपी चेकिंग में प्रभाव नहीं पड़ता। विद्यार्थियों ने जितना और जैसा लिखा है, उस हिसाब से ही नंबर दिए जा रहे हैं।
जांची 90 हजार कॉपी मालव कन्या विद्यालय के मूल्यांकन सेंटर पर दूसरे जिलों की कॉपियां चेक की जा रही हैं। 5 मार्च से दो चरण में मूल्यांकन शुरू हुआ है। 3.20 लाख हजार कॉपियां जांची जानी हैं। इसमें से करीब 90 हजार का मूल्यांकन हो चुका है। अधिकारियों के अनुसार, अप्रैल के आखिर तक मूल्यांकन पूरा हो जाएगा।
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