मण्डला 9 मार्च 2022
कलेक्टर हर्षिका सिंह बुधवार को बिछिया अनुविभाग के दौरे पर थी। उन्होंने गुबरी, चंगरिया, डुड़का तथा अन्य ग्रामों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने गुबरी में प्राकृतिक खेती करने वाले प्रगतिशील किसान राजेन्द्र सिंह पन्द्रे के खेत का जायजा लिया। उन्होंने राजेन्द्र द्वारा की जाने वाली एकीकृत एवं प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी ली। कलेक्टर ने प्रगतिशील किसान राजेन्द्र द्वारा जैविक खेती, जैविक खाद निर्माण, बीज तैयार करने, पोल्ट्री फार्म आदि का जायजा लेते हुए प्राकृतिक खेती की सराहना की। उन्होंने राजेन्द्र द्वारा घर पर ही पशुपालन के माध्यम से मिलने वाले गोबर, गौमूत्र तथा अन्य उत्पादों के साथ जैविक खाद बनाने की विधि का अवलोकन किया। श्रीमती सिंह ने किसान से पोल्ट्री के माध्यम से अर्जित आय के बारे में भी जानकारी ली। कलेक्टर ने किसान राजेन्द्र से जैविक खेती में आने वाली लागत तथा मुनाफे के बारे में जानकारी लेते हुए अन्य किसानों को भी प्रोत्साहित करने की सलाह दी। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ रानी बाटड, एसी ट्राईबल विजय तेकाम, एसडीएम सुलेखा उईके, ईईआरईएस मनोज धुर्वे, प्रभारी डीडीए मधुअली सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
चंगरिया में प्राकृतिक खेती की हुई कार्यशाला
कलेक्टर अपने भ्रमण के दौरान चंगरिया गांव में जीआईजी इंडिया द्वारा स्थानीय संस्थाओं के सहयोग से प्राकृतिक खेती की गतिविधियों के संबंध में ग्रामीणों के लिए आयोजित की गई कार्यशाला में शामिल हुई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से प्राकृतिक खेती, सिंचाई के साधन के संबंध में जरूरी चर्चा की। कलेक्टर ने ईईआरईएस मनोज धुर्वे को क्षेत्र में तालाब निर्माण संबंधी निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए पीने के पानी के संबंध में बात की। उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए पानी, पीडीएस, बिजली, मनरेगा के कार्य, भुगतान के बारे में जानकारी ली।
आजीविका मिशन की देखी गतिविधियाँ
श्रीमती सिंह ने अपने भ्रमण के दौरान गुबरी में संचालित रोशनी आजीविका समूह की गतिविधियों के संबंध में समूह की दीदियों एवं संबंधित अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने आजीविका समूह द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि कोदो-कुटकी के उत्पादों का निर्माण कर उसे अधिक से अधिक प्रोत्साहित करें। इसी प्रकार मनरेगा के तहत् पड़त भूमि का विस्तार करते हुए उसमें कोदो-कुटकी का उत्पादन करने का प्रयास करें। इस दौरान कलेक्टर ने समूह की दीदियों द्वारा की जा रही प्राकृतिक खेती का अवलोकन भी किया। उन्होंने सब्जी उत्पादन का निरीक्षण करते हुए कहा कि इनका उपयोग स्थानीय स्तर पर कुपोषण को दूर करने में भी करें।
No comments:
Post a Comment