रेवांचल टाईम्स - मंडला आदिवासी बाहुल्य जिला में न ही भ्रष्टाचार में कमी आ रही और रिश्वत खोर अधिकारीयो की आये कोई न कोई भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी अपने भ्रष्ट रवैये के चलेते लोकायुक्त या आर्थिक अपराध व्यूरो के हत्थे चढ़ रहे है इसके बाद भी न जिले में भ्रष्टाचार कम हो रहा और न भ्रष्ट अधिकारी।
वही जानकारी के अनुसार मंडला जिले के जिला श्रम अधिकारी को जबलपुर ईओडब्ल्यू की टीम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कार्रवाई शुक्रवार की रात 8:30 बजे के आसपास हुई। जो देर रात तक जारी रही। जानकारी के अनुसार मंडला निवासी तनुज लोहान का फार्म हाउस है। कुछ दिन पहले मंडला में पदस्थ जिला श्रम अधिकारी जितेंद्र मेश्राम द्वारा फार्म हाउस का निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के बाद श्रम निरीक्षक जितेंद्र द्वारा फार्म हाउस के मालिक तनुज से उसके खिलाफ श्रम कानूनों के प्रावधानों के तहत कार्यवाही नहीं करनी के एवज में 1 लाख रुपए की मांग की थी।
जिसमें से विगत 29 जनवरी को तनुज द्वारा 50 हजार रुपए श्रम निरीक्षक को दे दिए गए थे। इसके बाद तनुज द्वारा ईओडब्ल्यू एसपी जबलपुर देवेंद्र प्रताप सिंह राजपूत से मामले की शिकायत की। शिकायत मिलने पर एसपी देवेंद्र प्रताप सिंह राजपूत के निर्देश पर शुक्रवार को ईओडब्ल्यू की टीम ने आरोपी जिला श्रम अधिकारी जितेंद्र मेश्राम को ग्राम देवांगन टोला में यात्री प्रतीक्षालय के सामने रात 8.30 बजे 50 हजार रुपए नगद रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। कार्यवाही ईओडब्ल्यू उप पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह के नेतृत्व में की गई है।
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