रेवांचल टाईम्स - केंद्र एवं राज्य सरकार पर झूठ बोलने का आरोप राधेश्याम सिंगन धुपे जिला उपाध्यक्ष जिला बालाघाट ने लगाया, विज्ञप्ति के माध्यम से सिंगन धुपे ने कहा जानकारी दिया कि पिछले दिनों उनके द्वारा वारा ,कनेरी, ककोडी, बिनोरा एवं अन्य खरीदी केंद्रों का दौरा किया गया जिसमें उन्हें धान खरीदी केंद्र मोरवाही के तहत कनेरी केंद्र में 21 दिनों से धान खरीदी किया जा रहा जिसमे सरकार के नियमानुसार 72 घंटे में उपज का परिवहन जाता है किंतु पिछले 21 दिनों से परिवहन नही किया जा रहा जिससे किसानों को भुगतान नही हो पा रहा है।
सिंगनधुपे ने बताया कि मनरेगा केप कनेरी में मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग एन्ड लॉजिस्टिक कारपोरेशन जिला बालाघाट के पत्र क्रमांक /म.प्र./वे ला का/ जिला कार्यालय/2021-22/72 दिनांक 20/11/2021 द्वारा मनरेगा केप कनेरी को धान के भंडारण हेतु चयनित किया गया था जिसकी Id नम्बर 2338007070002 में 2000 टन धान का भंडारण किया जाना था किंतु उच्च अधिकारी द्वारा वॉट्स अप के माध्यम से जानकारी दी गई कि कनेरी केप में भंडारण न करके सीधे परिवहन किया किया जाना है किंतु परिवहन हेतु मैपिंग होना जिससे परिवहन में कोई दिक्कत न हो पर मैपिंग नही होने से धान का परिवहन लंबित है।जिसकी वजह से धान का भुगतान नही हो पाया है।
: सिंगन धुपे ने सरकार पर आरोप लगाया कि जंहा एक ओर सरकार कृषि को लाभ का धंधा बनाने किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाने एवं उन्हें दलालों व बिचौलियों के शोषण से बचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने का ढिंढोरा पिट रही है वही दूसरी ओर सरकार उपज का भुगतान तक नही पर पा रही है।
सिंगन् धुपे ने कहा कि किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर सेवा सहकारी समिति में अपनी उपज बेची जा चुकी है किंतु शासन के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते अब तक उन किसानों के खाते में उनकी उपज का वाजिब दाम नही मिल पाया है जिससे किसान काफी परेशान है।
सिंगन धुपे ने केंद्र और राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार में मोदी जी किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने की बात किये थे लेकिन किसानों की आय दोगुना तो छोड़िए उल्टा केंद्र सरकार ने किसान विरोधी तीन काले किसान कानून लाये जिसके खिलाफ किसान आंदोलन में 700 किसान शाहिद हुए वही किसानों खालिस्तानी आतंकवादी एवं देशद्रोही जैसे आरोप लगाया गया| विपक्ष में भी रहते हुए शिवराज सिंह द्वारा कहा गया कि किसानों यदि मैं सत्ता में होता तो किसानों की मिट्टी भी 2100 के भाव बिकवा देता किंतु शिवराज सिंह एवं भाजपा द्वारा कमलनाथ जी की स्थिर सरकार को गिराकर सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई गई किसान कर्जमाफी योजना को बंद किया गया ।
केंद्र एवं राज्य की सरकार लगातार किसान विरोधी कार्य करते हुए किसान एवं आमजन को परेशान किया जा रहा
: किसानों को न समय पर खाद्य मिला पा रहा है ना ही बीज न ही समय पर उनके उपज का भुगतान किया जा रहा है ।
सिंगन धुपे ने चेतावनी दी है कि जल्द ही किसानों को उनकी उपज का भुगतान किया गया तो किसानों के साथ मिलकर आंदोलन की चेतावनी दी है जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही सरकार की होगी
रेवांचल टाइम्। लांजी, बालाघाट से खेमराज सिंह बनाफरे
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