15 दिसंबर 2022 से खरमास शुरू होने वाला है. हिंदू धर्म के मुताबिक इस महीने को शुभ नहीं माना जाता है. इस महीने में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते है. इसे मलमास या खरमास (Kharmas 2021) के नाम से जाना जाता है. माना जाता है कि सूर्यदेव ब्रह्मांड की परिक्रमा करते रहते हैं. इस दौरान उन्हें रुकने की अनुमति नहीं है. आसान शब्दों में कहें तो प्रकृति के अधीन होकर सूर्य देव कार्य करते हैं. इस वजह से सूर्य देव रुक नहीं सकते हैं. अगर रुकते हैं, तो पूरा ब्रह्मांड रुक जाएगा. इससे समस्त लोकों में हाहाकार मच जाएगा. हालांकि, लगातार परिक्रमा करने से रथ के अश्व थक जाते हैं. यह देख सूर्य देव ने एक बार अश्वों को विश्राम हेतु सरोवर के समीप छोड़ दिया और खर को रथ में बांधकर ब्रह्मांड की परिक्रमा करने लगे. वहीं, खर की गति धीमी होने के चलते किसी तरह एक माह का चक्र पूरा होता है. इसके बाद पुनः अश्वों को बांधकर परिक्रमा की. इसके लिए हर वर्ष खरमास लगता है.
कब से कब तक रहेगा खरमास (Kharmas Start And End Timings)
खरमास 15 दिसंबर 2021 से 14 जनवरी 2022 तक रहेगा. ऐसे में इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करना मना होता है.
खरमास में ना करें ये काम
– इल दौरान नई चीजों, घर, प्लॉट, गाड़ी आदि की खरीदारी नहीं करनी चाहिए.
– इस महीने में घर निर्माण का कार्य या घर निर्माण से संबंधित चीजें नहीं खरीदनी चाहिए.
– इस पूरे महीने में शादी, सगाई और गृह प्रवेश जैसे धार्मिक या मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए.
इस कारण खरमास में नहीं किए जाते कोई धार्मिक कार्य
खरमास के दिनों में सूर्यदेव धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं. इसके चलते बृहस्पति ग्रह का प्रभाव कम हो जाता है. वहीं, गुरु ग्रह को शुभ कार्यों का कारक माना जाता है. लड़कियों की शादी के कारक गुरु माने जाते हैं. गुरु कमजोर रहने से शादी में देर होती है. साथ ही रोजगार और कारोबार में भी बाधा आती है. इसके चलते खरमास के दिनों में कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.
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