रेवांचल टाईम्स - खरीद मौसम की गिरदावरी पटवारियों के द्वारा गिरदावरी एप के के माध्यम से की जा रही है फसल गिरदावरी के आधार पर फसल की अधिसूचना राजपत्र में जारी की जाती है
फसल अधिसूचना के आधार पर ही फसल का बीमा किया जाता है साथ ही फसल गिरदावरी के अनुसार फसल उपार्जन खाद्य विभाग के पोर्टल में फसल गिरदावरी के आधार पर कृषकों को अपनी अपनी उपज का विक्रय हेतु पंजीयन कराना होता है इसी प्रकार फसल गिरदावरी के अनुसार से फसलों का बोया गया क्षेत्रफल फसल का सिंचित असिंचित क्षेत्रफल और विभिन्न पड़ती भूमि एवं कैफियत में दर्ज सिंचाई के साधनों के आधार पर वार्षिक रितु और फसल का प्रतिवेदन आयुक्त भू अभिलेख एवं बंदोबस्त ग्वालियर को भेजा जाता है यही कारण है फसल गिरदावरी मौके पर वास्तविक रूप से किया जाना बहुत जरूरी होता है कृषकों के फसल गिरदावरी के संबंध में प्राप्त दावा आपत्ति का समय सीमा के भीतर भौतिक सत्यापन कराकर तदनुसार तहसील के प्रमुख तहसीलदार के द्वारा स्वीकृति आशु कृति निराकरण दावा आपत्ति का समय सीमा में निराकरण करा कर तहसीलदार का उत्तरदायित्व निर्धारित रहता है मैदानी कर्मचारियों पटवारियों के द्वारा मौका में भ्रमण करते हुए फसल गिरदावरी गिरदावरी एप में दर्ज किया जाना है ताकि आने वाले समय में कृषकों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना आने पाए और फसल गिरदावरी खरीद के मौसम की गिरदावरी के समय सीमा 10 तारीख 10 सितंबर निहित की गई है
तो 10 सितंबर तक पटवारियों को गिरदावरी ऐप से खरीफ मौसम की फसल गिरदावरी पूर्ण करना है जिले के तमाम कृषक बंधु खरीद मौसम की पटवारियों के द्वारा की जा रही गिरदावरी अपने अपने खेतों में लगी फसल की गर्दा वाली करवा लेवे ताकि आने वाले समय में कृषकों को फसल उपार्जन हेतु अपनी अपनी उपज का विक्रय हेतु पंजीयन कराने में आने वाली समस्याओं से ना गुजरना पड़े इसलिए समय सीमा का ध्यान रखते हुए अपने अपने हलकों के पटवारियों से मिलकर खरीद मौसम की गिरदावरी ऐप के माध्यम से दर्ज करा लेवें।
No comments:
Post a Comment