रेवांचल टाइम्स... आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी मैं काली रेत का काला कारोबार धड़ल्ले से जारी है रेत ठेका एक जगह का. पर नर्मदा नदी सहित कई नदियों से निकाली जा रही रेत ठेकेदार की दबंगई के चलते खनिज विभाग बना नतमस्तक नदियों के भविष्य लगातार खिलवाड़ कर रहा ठेकेदार नदियों के अस्तित्व को खतरे में डालकर लगातार मशीन से खुदाई करा रहे ठेकेदार राजस्व को लगा रहे चूना रेत खदान का संचालन कर रहे केपी भदोरिया द्वारा लगातार जिले में अनेक नदियों से धड़ल्ले से रेत निकाली जा रही है करीब साल भर से दिवारी रेत खदान चला रहा है और नदियों के अस्तित्व को खतरे में डाल रहा है वहां सिर्फ वादा करते हैं कि नदिया के बहते जल या पानी के भीतर से रेत नहीं निकालेंगे लेकिन हकीकत इससे कहीं अलग है वर्तमान में भदोरिया ग्रुप की ओर से नदियों के अस्तित्व को खतरे में डाल कर विशालकाय मशीनों से लगातार खुदाई कराई जा रही है इसका सबसे बड़ा दुष्परिणाम जहां है कि लगातार नदियों का जलस्तर घटता जा रहा है और सैकड़ों परिवार को नहीं मिल रहा पीने का पानी दिवारी रेत खदान के अलावा कई नदियों से निकाली जा रही रेत डिंडोरी जिले में काली रेत का काला कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है जिले में रेत ठेकेदार को दिवारी रेत खदान केपी सिंह भदोरिया को दिया गया है लेकिन जिले के अधिकारियों की सांठगांठ से जिले की नर्मदा नदी सहित अन्य नदियों से धड़ल्ले से रेत निकाल कर रेत माफिया सरकार को चूना लगा रहा है रेत ठेकेदार और खनिज विभाग अधिकारियों की मिलीभगत से कंरजिया के सिवनी पाटन और नर्मदा नदी से अवैध रेत निकाली जा रही है ग्रामीणों ने अवैध रेत निकाले जाने की शिकायत कई बार विभाग से भी की जा चुकी है लेकिन आज तक जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार कोई कार्यवाही नहीं की जाती आखिर कार्यवाही करें भी तो कैसे करें गांधीजी के आगे तो सभी नतमस्तक हो जाते हैं भले ही रेत माफिया सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हो लेकिन क्या करें ठेकेदार की दबंगई के चलते नतमस्तक होना पड़ता है जिसके कारण जिले में रेत माफिया खनिज माफियाओं के खिलाफ जिम्मेदार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाति जिससे डिंडोरी में रेत माफिया के हौसले दिन-ब-दिन बुलंद होते नजर आ रहे हैं वही रेत माफिया और खनिज माफिया को सफेद पोशो का भी संरक्षण मिल रहा जिसके कारण काली रेत का काला कारोबार करने वालों पर कार्यवाही नहीं होती रेत ठेकेदार की मनमानी के चलते नदियों का अस्तित्व खतरे में
रेवांचल टाइम्स से प्रमोद पड़वार की खास रिपोर्ट सच के साथ
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