क्या प्रधानमंत्री आवास असली हकदारो को मिलेगा और मिलेगा तो कब नही पता
रेवांचल टाईम्स :- एक और नगरपालिका सिवनी द्वारा प्रधानमंत्री आवास बॉटने में मध्यप्रदेश में दूसरे स्थान पर रहने की सूचना है लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है।
आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं ने अम्बेडकर वार्ड पहुँच कर विस्थापित किये बगैर झुग्गी को तोड़ना के अलाउसमेन्ट को नगरपालिका प्रशासन की हठधर्मिता का जायजा लिया व वार्ड वासी गरीब परिवारों से मुलाकात कर उनके साथ लड़ाई लड़ने उन्हे सहयोग देने हेतु आश्वस्त किया।
उल्लेखनीय हो कि अम्बेडकर वार्ड में एक ओर तो केंद्र सरकार स्वच्छता मिशन चलाकर करोड़ो रुपयों का विज्ञापन में खर्च कर रही है वही अंबेडकर वार्ड में पुराने बैल बाजार में रह रहे 49 परिवारों की जिंदगी बद से बत्तर तरीके से जी रहे है एक ओर नगरपालिका सिवनी द्वारा प्रधानमंत्री आवास बॉटने में मध्यप्रदेश में दूसरे स्थान पर रहने की सूचना है लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है प्रधानमंत्री आवास के असली हकदार भटक रहे व सेटिंग बाज 4 पहियों के मालिक प्रशासन की योजनाओं का पलीता लगा इन गरीबों का हिस्सा गोलमाल कर रहे रिश्वत खोर अधिकारी कर्मचारी जनप्रतिनिधि मौज कर रहे उक्त आरोप आप की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जिला मीडिया प्रभारी राजेश पटेल ने लगाए हैं जिनके अनुसार जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों को गरीबों की हालातों का जायजा लेते रहना चाहिए परंतु उक्त वार्ड में बिल्कुल उल्टा देखने को मिला सब की सब भौचक्के रह गए सरकार चाहे कोई भी हो सरकारी राशन के चक्कर मे ये भाजपा की शिवराज सरकार गरीब परिवार की वोट तो ले लेती है ये गरीब दे भी देते है परंतु इन गरीबो के साथ कितना शोषण हो रहा यह देखना चाहे तो अम्बेडकर वार्ड के परिवारों के घर रहन सहन व गंदगी का अंबार देखने जरूर पहुँचे सरकार के दावों की पोल खुल जाएगी गरीबों को पानी मिल रहा तो बिजली नही वही इनके बच्चों की शिक्षा दीक्षा का तो भगवान अल्लाह ही मालिक है। ये गरीब में अधिकांश अशिक्षित है जिन्हें जो चाहे जैसे अपनी वोट बैंक के लिए उपयोग कर ले।
ये मजदूर ऊँची ऊँची मंजिले तो बनाते है जिसमे धन्ना सेठ निवास करते है परंतु पूरे जीवन मे अपने व अपने परिवार के लिए छत भी कब जुटा पाएंगे बेहद गम्भीर सोचनीय बिषय है सिवनी नगरपालिका में 4 पहिया वाहनों के मालिकों के प्रधानमंत्री आवास की सूची में नाम सलंग्न होने के प्रमाण आमजन दे रहे है ।किंतु ये 49 परिवारों में किसी का नही है जो आश्चर्य चकित है कइयों नेता इनसे वादे करके गए पर इन मजदूरों के अनुसार ये वादे चुनावी ही रहे।आज आलम यह है कि ये चोट खाये लोग नेतानगरी पर बून्द के छीटे के बराबर भी भरोसा नही करने वाले आम आदमी पार्टी भविष्य में इनकी मदद करने में कितनी सफल होगी यह तो भविष्य के गर्त में है पर वास्तव में इनकी पीड़ा देख सुनकर दो अच्छे अच्छे रावण कुम्भकर्णो के दिल पिघल जाए लेकिन नगरपालिका सिवनी के अधिकारियों कर्मचारियों जनप्रतिनिधियों का दिल कैसे नही पिघला राम ही जाने।आप पदाधिकारी यो ने आम आदमी पार्टी के बैनर तले इनकी लड़ाई लड़ने का विश्वास करने की अपेक्षा तो की है पर इन्हें कितना विश्वास दिला पाएंगे यह भविष्य की गर्त में है।
ये यहां उपस्थित प्रताड़ित लोग गरीब तो है साथ की इन्हें कानून की कम जानकारी है अतः ऐसे परिवारों के प्रति संवेदनशील ता होना इंसानियत का पहला कर्तव्य है ऐसे लोगों के साथ राजनीति नही होनी चाहिए बल्कि इनके हक अधिकार के लिए भाजपा काँग्रेस या अन्य दल सभी समाजसेवीओ को आगे आकर इन गरीबो की मदद करनी चाहिए।
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