रेवांचल टाइम्स - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता कि सुविधाओं और सहुलियत के लिये चाहे जितनी भी योजना बनाये ग्राम का विकास करने वाले जिम्मेदार भ्रष्ट तंत्र के चलते मुमकिन ही नहीं सकता । शासन-प्रशासन भ्रष्टाचार को.खत्म करने चाहे जितना भी पारदर्शी सिस्टम करले पर निचले स्तर पर बैठे अधिकारी कर्मचारी सब को धत्ता बताते हुऐ शासन की योजनाओं का पलीता लगाने मे कोई कसर नहीं छोड रहे हैं और योजनाओं के नाम पर वसुली करना भी इनका पेशा हो गया है ऐंसे ही सरपंच सचिव से सजी-धजी मंडला जिले के बिछिया जनपद की पंचायत बुडला है ,जंहा जमकर सचिव द्वारा शासकीय पैसे की होली किस कदर खेली जा रही है यह बात ग्रामीण और मौके में निर्माणाधीन निर्माण कार्य अपनी गुणवत्ता चीख चीख के बतला रहे है ग्राम पंचायत में ऐसा कोई काम नही जिसमे भ्रष्टाचार न हुआ हो पर सरपंच सचिव से ऊपर वाले जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारीयो पर गाँधी जी गुलाबी कलर की पट्टी बंधी हुए है जो ग्रामीणों की शिकायतों के बात भी कोई कार्यवाही नही करते और जाँच के नाम पर केवल खाना पूर्ति कर कागज़ो पेट भर अपना पल्ला झाड़ते है क्योंकि कही न कही सरकार से जो निर्माण कार्य के लिए राशि आती है उनमें इनका भी तो पद वार प्रतिशत बना हुआ तो सही बात है न जिसका नमक खाइए उनका तो बजाना ही पड़ेगी और उन अधिकारी कर्मचारियों को अच्छे से पता है किसी का कुछ नही होना केवल जॉच होनी है तो वो भी करेंगे कौन वही न जिनको पहले से ही पता की किस निर्माण कार्य मे कितना कमीशन मिला है सरकार लाख चाह ले पर निचले स्तर में बैठे उनके जनप्रतिनिधि और सरकारी नुमाइंदे कभी होने नही देंगे
मंडला जिले के बिछिया जनपद की पंचायत बुडला के ग्रामीणों ने बताया की सी सी रोड, गोदाम भवन, श्मशानघाट ,शौचालय अधुरे पड़े हैं और राशि फर्जी बिलों के माध्यम से निकाल कर गबन कर लिया गया है , ग्रामीणों ने बताया कि इस पंचायत मे पदस्थ चपरासी को सप्लायर बनाकर शौचालय एवं विभिन्न योजनाओं की राशि का आहरण सचिव द्वारा किया जा रहा है यंहा तक कि सरपंच का मानदेय भी चपरासी के खाते में भुगतान कर निकाला जाता है जो नियम के विपरीत है। वही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए लोगों से 5 से 10 हजार तक की राशि इनके इन गरीबो से वसुली गई है और आज तक उन हितग्राहियों को आवास नहीं मिला, इसी तरह संबंल योजना के तहत सचिव द्वारा राशि तो निकाली गई किन्तु पीडित परिवार को इसका लाभ नही मिला, मनरेगा के तहत मजदूरों को मजदूरी तक नहीं दी गई है, ग्रामीणों द्वारा जनपद से लेकर जिला स्तर तक शिकायत की गई परन्तु आज तक कुछ नहीं हुआ। और शायद होगा भी नही क्योंकि।
इनका कहना है
ग्रामीणों की शिकायत प्राप्त हुई है जांच टीम बनकर जांच कराई जायेगी और दोषी पाए जाने पर दोषियों के ख़िलाफ़ वैधानिक कार्यवाही की जायेंगी।
आर पी पटेल
मुख्य कार्यपालन अधिकारी बिछिया
ग्राम पंचायत में ऐसा कोई भी निर्माण कार्य नही हुआ है जिसमे भ्रष्टाचार न हुआ हो जिम्मेदार ने खुलके भ्रष्टाचार न हुआ हो अगर सूक्ष्मता से जांच की जाए तो लाखों का ग्राम पंचायत में गबन निकलेगा अनेक बार शिकायते की पर कोई जांच नही हुई शायद न होगी क्योंकि इस जिले में कोई सुनने वाला नही है
पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत
बुडला बिछिया
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