रेवांचल टाइम्स - कोरोना रूपी वैश्विक महामारी से दुनिया त्रस्त है। चाह कर भी खुल कर किसी कार्य को सार्वजनिक रूप से किया जाना संभव नहीं है जिसके कारण पूरी दुनिया में निराशा की बदली छाई हुई है। ऐसे में एक छोटा सा प्रयास किसी के चेहरे पर मुस्कान दे सकती है। वैसे कार्य को करने में कोई संकोच नहीं करनी चाहिए। चाहे जो भी परिस्थिति हो तनावमुक्त करने का एक ही कारण बन सकता है वो है कलात्मकता का संचार।इस भयावह स्थिति में बच्चों के मन में थोड़े उत्साह के साथ अपने मन को संचार करने के लिए ऑनलाइन श्री कृष्ण बाल रूप- सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। विश्व के एकमात्र कलाकार श्री कृष्ण जिन्होंने कलाओं के माध्यम से सभी को तृप्त किया।अतः आप सभी से सादर अनुरोध है कि बच्चों को श्री कृष्ण के रूप में सजाएँ ताकि उनके अंदर सकारात्मक ऊर्जा आए। सरस्वती शिशु मन्दिर मंडला द्वारा जन्माष्टमी उत्सव पर ऑनलाइन श्री कृष्ण बाल रूप-सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में 3 से 10 वर्ष के बच्चे भाग ले सकते हैं।
श्री कृष्ण रूप सज्जा कार्यक्रम तीन प्रकार के होगे।
(पहला) कक्षा अरुण उदय प्रथम की भैया बहनों को माता यशोदा एवं कृष्ण जी का चित्रण करना होगा इसमें भैया बहनों की माता यशोदा बनेंगी और भैया बहन कृष्ण बाल स्वरूप में रहेंगे यह प्रतियोगिता 2 मिनट की वीडियो बनाकर विद्यालय की कक्षा ग्रुप में डालना है जिसमें यशोदा माता एवं श्री कृष्ण जी की लीला का वर्णन होगा चित्रण होगा। (दूसरी ) प्रतियोगिता कक्षा द्वितीय एवं तृतीय के भैया बहनों की होगी जिसमें सभी भैया बहनों को राधा और कृष्ण बनकर उनका उनकी लीला करनी है उसका भी 2 मिनट का वीडियो बनाकर अपनी कक्षाओं में डालनी है ।
(तीसरी ) प्रतियोगिता कक्षा चतुर्थ और पंचम की होगी जिसमें उस कक्षा के भैया बहनों को कृष्ण एवं सुदामा के रूप में नाट्य मंचन करना है इस प्रतियोगिता में सभी भैया में कृष्ण और सुदामा के रूप में किसी एक चरित्र का रूपांतरण करेंगे।
5 मिनट का वीडियो ग्रुप में डालेंगे ।
इन सब प्रतियोगिताओं को जन्माष्टमी के दिन रात्रि 9:00 बजे से लाइव वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से देखा जाएगा अतः आप सभी 12 अगस्त को रात्रि 9:00 बजे गूगल मीट के माध्यम से सीधा प्रसारण भी कर सकते हैं जिसमें सभी में यह बहन एक दूसरे के प्रदर्शन को देख सकेंगे और उसी समय वीडियो बनाकर कक्षा के ग्रुप में डालेंगे जिसे हम दूसरे दिन देखकर उन्हें प्रोत्साहन कर सकें।
वही प्राचार्य कमलेश अग्रहरि ने सरस्वती शिशु मंदिर ने बतलाया कि -googal meet एप का लिंक आपको उसी समय रात्रि 8 बजे मिलेगा।
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