रेवांचल टाईम्स - मंडला, जिले के नगर से गाँव गाँव में जुआ, सट्टा, जैसे सामाजिक बुराई 52 पत्ते यानी ताश की गड्डी का खेल जुआ थमने का नाम नही ले रहा है, पुलिस विभाग इन जुआड़ियों के सामने है नतमस्तक,
वही समय समय मे स्थानीय पुलिस विभाग के द्वारा इन अबैध जुए के फड़ो में छोटी मोटी कार्यवाही कर कागज़ की खानापूर्ति कर उसका पेट तो भर देती है और जनता भी कुछ दिनों के शांत हो जाती है कि पुलिस विभाग जाग कर जुआड़ियों पर कार्यवाही कर रही है पर न खेलने वाले पर खाकी का डर नजर आ रहा और न ही खिलाने वाले नाल काटने वाले को बस जिन जिन अड्डो पर जुआ का फड़ लगा कर नाल काटी जा रही है वह दिन दोगनी रात चौगनी तरक़्क़ी कर रहा है और लाखों के सपने देखने वाले लोग आए दिन इन फड़ो से कंगाल हो कर जा रहे है पर आज निहि कल जीतने के चक्कर में दल दल में फंसते जा रहे है, जिन्हें रोकने की जिम्मेदारी दी है वह जान के भी अंजान है या कहे कि ये सब स्थानीय पुलिस प्रशासन की मौन सहमति से होता है अगर पुलिस विभाग चाह ले तो मजाल है कि उनके क्षेत्र में कोई चोरी हो जाये या फिर दूसरे जिले दूसरे गांव का व्यक्ति आकर आंतक मचा दे पर सब होता है वह मिलीभगत से ही होता है।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जुआ का खेल थमाता नजर नही आ रहा, दीपावली के कुछ दिन पहले से ही जुआ और जुआड़ियों ने अपना अड्डा बना लिया है और अपनी सुरक्षा करते हुए जुए के फड़ लगाना शुरू कर दिए है, कोतवाली पुलिस के द्वारा तिदनी में चल रहे जुए पर कार्यवाही की मामला दो तीन दिन तक चर्चित रहा पर फिर से स्थान बदल कर फड़ लगे शुरू हो चुके है।
बता दे अब पुनःधीरे धीरे 52 तास की पत्ती यानी जुए का खेल शुरू हुआ हो चुका है अब खेल को खिलाने वाले के द्वारा लगातार स्थान परिवर्तन कर और खिलाड़ियों की सुरक्षा के चलते खेल खिलाया जा रहा है, और खुले स्थानों के साथ साथ अब बन्द कमरे का उपयोग भी किया जा रहा है, और पुलिस को जानकारी रहे न रहे पर खिलाड़ियों को जानकारी रहती है कि कल कहाँ बैठना है और मोबाईल के माध्यम खिलाड़ियों को स्थान बता दिया जाता है,निजी वाहनों को फड़ से दूर खड़ा करके पैदल चल कर फड़ तक पहुँचाया जा रहा है और आवश्कता पड़ने पर सड़क तक कार या अन्य वाहनों से छोड़ दिया जाता है जो खेल के स्थान तक पहुँचा दिया जाता है और बन्द स्थान और खुले स्थान खेत, झाड़ी जंगल तक पैदल ही जाते है, और दूर दूर तक अपने सुरक्षा के लिए लोग बैठाया जा रहा है जो किसी अनजान व्यक्ति आते जाते देख नाल काटने वाले को सूचना दे दी जाती है, और जिस स्थान पर जुआ फड़ लगते है उस स्थान पर पीने के लिए दारू, पान, गुटका, खाने पीने की व नाल काटने की होती है।
वही जानकारी के अनुसार मंडला नगर के हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी बदु खैरी, जामुन पानी, जंतीपुर टिकरिया, महाराजपुर के पीपल घाट, पौड़ी और विकास खंड मोहगाव, बिछिया के घुटास, अंजनिया के नरैनी, जैसे अन्य क्षेत्र है, जहां खिलाड़ी लगातार सक्रिय है और खेल की शुरुआत हो गई है। और लगातार जुए के फड़ लग रहे हैं।
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