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Monday, November 6, 2023

मंडला कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ सोशल मीडिया में दिख रहे हे बगावत के शुर..बनी जनचर्चा का विषय....




वोटरों को समझाते हुए दिखे कांग्रेस विधायक प्रत्याशी डॉ. मर्शकोले


रेवांचल टाईम्स - मंडला मध्यप्रदेश में चुनावी माहौल है नेता जी घर- घर और गली- गली जाकर के जनता जनार्दन से अपने लिए और अपनी पार्टी के लिए वोट मांग रहे हे साथ ही जनता को लोभ लुभावने वादे कर जनता जनार्दन के हांथ पैर जोड़ कर जन आशीर्वाद की मांग की जा रही है, नेताओं को भी पता है जोड़ तोड़ कर एक बार फिर से वोट पाकर के और हांथ पैर जोड़ कर के विजयी होकर कुर्सी पर पहुंचने में सफल हो जाए फिर कौन सा पांच साल दोबारा से मुंह दिखाना है, हमको तो फिर प्रदेश की और देश की राजनीति करनी है, जनता अपना देखें और हम अपने पर जनता जनार्दन भी शायद अब अपने अधिकारों के प्रति थोड़ा बहुत जागरूक हो गई है और समय आने पर नेताओं को सीधा मुँह पर जवाब देना जानती है ऐसा ही दृश्य इन दिनों सोशल मीडिया के माध्यम से तेजी से वायरल होते हुए हमको और आपको देखने को मिल रहा है, जहाँ पर मंडला विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी डॉ. अशोक मर्शकोले अपने विधानसभा की जनता से वोट मांगने घर घर जाकर जन आशीर्वाद मांग रहे थे तो उनके साथ में जिला पंचायत सदस्य कुसुम जांघेला भी थी जो विधानसभा की जनता से जनाशिर्वाद की मांग कर फिर से विधायक प्रत्याशी और पार्टी को वोट देने की अपील कर रही थी उसी समय किसी बात को लेकर के भीड़ में से किसी व्यक्ति ने बोल दिया की जीत दर्ज करने के बाद में आज चेहरा दिखाने को आई हो पिछली बार भी हमने आपको वोट दिया था और आपने वादे किए थे पर आपने पिछले एक साल में किया ही क्या है हमारे लिए जिस बात को लेकर के जिला पंचायत सदस्य कुसुम जांघेला जनता जनार्दन से भिड़ गई और बोलने लगी वोट देना हे तो दीजिए नहीं तो मत दीजिए। अब बताओं जब नेता जी को कोई सीधा मुँह पर ही वोट न देने को लेकर के बोल दिया जाए तो नेताओं के काम काज और कार्य शैली को लेकर के आप खुद ही अनुमान लगा सकते है। की ये जनता के हित को कितना समझ पा रहे है क्योंकि अब जनता वो नही रही जब मंच से वादे करे और जनता उन्हें अपना समझ उन्हें गद्दी में बैठा दे और नेता जी पांच साल तक ग़ायब हो जाये फिर चुनाव आते ही फिर उन्हें याद आता कि हमे तो जनता के बीच जाना है और उन्हें फिर से उनके हक की मीठी मीठी बात कर उनसे बोट लेकर फिर गद्दी में बैठना है पर 2023 के चुनाव में ऐसा कुछ देखने को नही मिल रहा है जनता सब समझ रही है कि कौन अपना है और कौन पराया और किसे अपना बहुमूल्य वोट देना है जितना है और कौन उम्मीदवार उन्हें उनकी आवश्कता की मुलभुत सुविधाएं मुहय्या करा सकता है।

       खैर ये तो आने वाला समय ही बतलाएगा की भविष्य के गर्त में क्या छुपा पड़ा है और कौन किसको मात देकर के विजय रथ पर सवार होगा, पर ये बात तो तय है की यदि अपने आने वाले समय में जनता के हित में काम नहीं किया तो जनता जनार्दन ऐसे ही आपको सीधा मूंह पर जवाब देने से नहीं चूकेगी। क्योंकि अब जनता को भाषण नही काम चाहिये मंच से भाषण बाजी बहुत हो चुकी हैं जो नेता काम करेगा जनता उन्हें अपना बहुमूल्य मत देकर जिताएगी...

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