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Sunday, October 15, 2023

अस्पताल में नही मिलते डॉक्टर, तो स्वीपर करते है इलाज...




रेवांचल टाईम्स - मंडला- जब से नये बीएमओ ने बीजाडांडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का प्रभार संभाला है तब से विकासखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरागई है या यूं कहें क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो गई है। अगर आपको इसका नजारा देखना है तो आप बीजाडांडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित क्षेत्र के किसी भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर देख सक्ते है यहाँ पर आपको डॉक्टर नही मिलेंगे और डॉक्टरों की जगह स्वीपर इलाज करते नजर आएंगे हैं। जिसका खामियाजा बिचारे मरीज और उसके परिजनों को भुगतना पड़ता हैं जब बीजाडांडी के अस्पतालों में डॉक्टर नही मिलते तो उनको झोलाछाप डॉक्टरों की शरण लेनी पड़ती है। झोलाछाप डॉक्टर भी क्षेत्र की आदिवासी भोली भाली जन्ता को अपने मन माफिक लुटे पड़े हैं। बीते सप्ताह क्षेत्र की एक महिला जचकी कराने आई थी लेकिन अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं मिले। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि उक्त महिला का इलाज वहाँ मौजूद कंपाउंडर व स्वीपर द्वारा शुरू किया गया लेकिन इस दौरान उक्त महिला की हालत बिगड़ने लगी तो मौजूद स्टाप ने आनन फानन में किसी डॉक्टर को बुलाया और डॉक्टर ने मौके की नजागत को समझते हुए जबलपुर रिफर कर दिया लेकिन जबतक बहुत देर हो चुकी थी। जबलपुर में इलाज के दौरान उक्त ने दम तौड़ दिया वही महिला के परिजनों ने बीजाडांडी सामुदायिक अस्पताल स्टाप और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि हम अपनी बहू की जचकी कराने बीजाडांडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए थे लेकिन वहाँ कोई भी डॉक्टर नही मिला तो वहाँ मौजूद स्वीपर और अन्य स्टाप ने जैसे तैसे इलाज शुरू किया। उसी दौरान हमारी बहु की तबियत बिगड़ने लगी तो स्टाप ने डॉक्टर को बुलाया उस डॉक्टर ने हमारे मरीज को जबलपुर रिफर कर दिया। बीजाडांडी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से हमारे मरीज की मौत हुई है अगर समय पर डॉक्टर मिल जाते और इलाज शुरू होता तो यह घटना घटित नही होती। अब सवाल यह उठता की सरकार से हजारों लाखों की तनख्वा लेने वाले स्वास्थ्य महकमे के कर्मचारी अस्पतालों में क्यो नही मिलते। साथ ही अस्पताल सूत्रों ने बताया कि सभी डॉक्टर व स्टाप जबलपुर या अन्य जगह से आवागमन करतें है जिसकी वजह से अस्पताल में मौके पर कोई नही मिलता। अब सवाल यह उठता है क्या नये बीएमओ साहब अपने स्टाप पर नकेल नही कस पारहे है या फिर उनकी मिली भगत पूरा स्टाप जबलपुर से उपडाउन करता है। वही क्षेत्रीय नागरिकों ने जिला कलेक्टर व जिला चिकित्सा अधिकारी से ऐसे लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों पर कार्यवाही की मांग की है।

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