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Wednesday, September 20, 2023

आदिवासी अमर शहीदों के बलिदान दिवस पर ग्राम कोड़िया में कार्यक्रम आयोजित




 मुझे गर्व होता है कि मैं उसे दिन पिताजी के साथ था- बेटू मरकाम


दैनिक रेवांचल टाइम्स - डिंडोरी - आदिवासी समाज के वीर सपूत अमर शहीद महाराज शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के 166वीं बलिदान दिवस पर ग्राम कोड़िया में भाव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र के लाडले विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री ओंकार सिंह मरकाम के सुपुत्र नमः शिवाय मरकाम बेटू मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए । 1857 के विद्रोह के समय मंडला रियासत के महाराजा शंकर शाह रघुनाथ शाह ने बहुत बेहतरीन तरीके से विद्रोह का नेतृत्व किया था लगातार अंग्रेजों के नाक में दम करके रख दिया थे। जिस कारण वर्ष अंग्रेजों ने 52वीं रेजीमेंट के जनरल क्लार्क को जबलपुर क्षेत्र का दायित्व सोपा गया। जनरल महाराजा शंकर शाह के गद्दारों के साथ मिलकर उन्हें 14 सितंबर 1857 को गिरफ्तार कर जबलपुर कारावास में रखा गया। और 17 सितंबर को सजा सुनाकर 18 सितंबर को जबलपुर में तोप से उड़ा दिया गया। बेटू मरकाम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महाराजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह जैसे  शहादत आजादी के लड़ाई में किसी ने नहीं किया। पिता पुत्र का यह बलिदान देश की आजादी के लिए एक प्रेरणा थी उन्होंने कहा कि आप कल्पना कीजिए आज के समय में पिता पुत्र के बीच आपसी समंजन नहीं बनता है और उसे समय अमर शहीद एक काल कोठरी थे जो की उन्हें पता था कि कल उन्हें सजा दी जाएगी मैं सलाम करता हूं उनके जज्बे को उनके देश प्रेम को समाज के लिए उनके योगदान को। मरकाम संबोधित करते हुए बड़े भावुक मन से यह भी बताएं कि 162 वर्ष बाद जहां आदिवासी जननायकों को रखा गया था वह कारावास को फॉरेस्ट विभाग के अधीन था और उसे कारावास में कबाड़ का सामान भरा हुआ था । 20 जनवरी 2019 को आपके लाडली विधायक जब मंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने जिले आ रहे थे तब उन्होंने सर्वप्रथम उसे जगह जाने का फैसला किया जहां पर हमारे आदिवासी समाज के अमर शहीदों के आखिरी पल उसे कारावास में गुजारे थे वहां जाकर जब वह नजारा मैंने और पिता श्री ने देखा हमारे आंखें नमन हो गई। हमने तुरंत वहां पर पिता पुत्र पूरे उसे कारावास की सफाई की। और विधि विधान से वहां पर आदिवासी परंपरा अनुसार पूजन किया। मुझे गर्व होता है कि हमारे अमर शहीद भी पिता पुत्र थे और 162 वर्ष बाद उसे कारावास मैं उसी समाज के पिता पुत्र ने कदम रखा। उसके बाद तत्कालीन मंत्री श्री ओंकार सिंह मरकाम 3 मार्च 2019 को 5 करोड़ की लागत से उसे प्रेरणा केंद्र के रूप में स्थापित किया और फॉरेस्ट विभाग की 48000 स्क्वायर फीट जमीन को उसे प्रेरणा केंद्र के अधीन किया। बेटू मरकाम ने भाजपा सरकार को आदिवासी विरोधी सरकार बताया और कहा कि लगातार देश में आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर हिंसा रुक नहीं रही है और आदिवासियों ने यह ठान लिया है कि अब शिवराज सरकार को मध्य प्रदेश से उखाड़ फेंकने का काम  जनता करेगी। युवा समाजसेवी और क्षेत्र के युवाओं के नेता बेटू मरकाम सामाजिक की लड़ाई लड़ने के लिए सभी बुजुर्गों और युवाओं समर्थन मांगा और सभी ने एक मत होकर उन्हें समर्थन किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी केहर सिंह मरावी कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष रमाकांत साहू आदिवासी जिला अध्यक्ष उमाशंकर आदिवासी प्रदेश सचिव शिवकुमार धुर्वे वीरेंद्र कुशराम सरपंच सुनेन कुशराम पूर्व सरपंच रवि मरकाम,चरण धुर्वे एवं समस्त क्षेत्रवासी उपस्थित थे


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