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Thursday, August 24, 2023

मरीजों की जान को खतरे में डाल रहे हैं स्वयंभू डॉक्टर- मामला घुघरी का





रेवांचल टाईम्स - मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के गाँव गाँव मे झोला छाप डॉक्टर की बाढ़ सी आ गई है और चिकित्सा विभाग के जिम्मेदार आँख मूंद कर बैठें हुए है या फिर या कहे कि अपने निजी स्वार्थ के चलते देख कर भी अनदेखी कर रहे आज प्राथमिक चिकित्सा केंद्र के आसपास ही अपनी निजी दुकान बिना लाइसेंस के खोल कर खुलेआम ईलाज कर लोगों की जीवन से खिलवाड़ कर रहें।

          वही जिला के विकास खण्ड घुघरी में स्वयंभू डॉक्टर की बाढ़ आ गई हैं। जिनके द्वारा छोटे बच्चे से लेकर युवा वृद्धों का इलाज बगैर डिग्री के किया जा रहा हैं। जिस पैथी की इनके पास डिग्रियां होती है उस पैथी से इलाज नही किया जा रहा है। क्लीनिक के सामने एक बोर्ड लगा होता है जिसमें डॉक्टर का नाम व डिग्रियां लिखी होती है लेकिन स्वयंभू  डॉक्टर के क्लिनिक के सामने बोर्ड भी नहीं लगे होते। विकास खण्ड घुघरी में स्वयंभू डॉक्टर (संतु) एस.के.मलिक के क्लीनिक में सैकड़ों की संख्या में छोटे बच्चे से लेकर युवा, वृद्ध महिला पुरुष की भीड़ देखने के साथ इनके क्लीनिक में किसी प्रकार का कोई बोर्ड भी लगा दिखाई नहीं दिया। गैर कानूनी तरीके से मरीजों का ईलाज करते देखा गया, साथ ही मरीजों को ड्रिप भी लगाई गई देखा गया। स्वयंभू डॉक्टर (संतु) एस.के. मलिक के द्वारा अवैध रूप से एलोपैथी दवाई रखी जाती है व मरीज को भी दी जा रही है।


ना डिग्री ना लाइसेंस, बेची जा दवाई, किया जा रहा है इलाज


उल्लेखनीय है कि स्वयंभू डाक्टर एस.के. मलिक के डिस्पेंसरी में देखा गया कि बगैर डिग्री के एलोपैथी पद्धति से इलाज किया जा रहा था। साथ ही पैरासिस्ट की डिग्री व लाइसेंस के बगैर अंग्रेजी दवाइयां बेची व मरीजों को दी जा रहीं थी, आखिरकार स्वयंभू डॉक्टर किस की सह पर इस तरह के कृत्य कर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहें हैं। इसी तरह घुघरी विकास खण्ड में अनेक स्वयंभू डॉक्टरों की डिस्पेंसरी अवैध रूप से संचालित हो रही है। जिनके द्वारा मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहें हैं।


जिम्मेदार अधिकारियों  के द्वारा नहीं की जाती जांच


बता दें कि आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में स्वयंभू डॉक्टर बाहर से आकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब तबके के मरीजों को जानकारी के अभाव में मरीजों को कौन-कौन सी कंपनी की दवाइयां दी जा रही है, जिसकी जांच संबंधित अधिकारी नहीं कर रहे हैं, जिससे स्वयंभू डॉक्टर निडर होकर मरीज के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। नाम ना बताने की शर्त में घुघरी के स्थान निवासी ने बताया कि एस.के. मलिक के द्वारा अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन कर गरीबों की जान खतरे में डाल रहे हैं। ना ही इनके पास मरीजों के लिए बैठने के लिए कोई व्यवस्था है ना हीं इनके पास कोई डिग्रियां है, इसके बाद भी इनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को गैर कानूनी तौर से इलाज किया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने इनकी डिस्पेंसरी की जांच कर गैर कानूनी तौर पर डिस्पेंसरी संचालित कर अवैध रूप से मरीजों का इलाज करने वालो के विरुद्ध जिला प्रशासन से कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने  की मांग की गई है।


इनका कहना


अवैध क्लीनिक संचालित करने की जानकारी मुझे प्राप्त हो रही थी, जिसके संबंध में, मेरे द्वारा अवैध  इलाज करने वालों की सूची बनाकर एक प्रतिवेदन सी.एम. एच.ओ. सर और कलेक्टर महोदय को देने वाला था। लेकिन आपके द्वारा आज मय प्रमाण के मुझे अवगत कराया गया है, मैं अवश्य ही सीएमएचओ सर और कलेक्टर महोदय को अवगत कराकर वैधानिक कार्यवाही करूंगा।

                                डॉ.मनीष सरौते 

                      बीएमओ, घुघरी जिला-मंडला

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