रेवांचल टाईम्स - मंडला आदिवासी बाहुल्य जिले में आज शिक्षा का स्तर क्या हैं ये किसी से नही छिपा है जहाँ जिला मुख्यालय में बैठें जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी केवल अपने निजी स्वार्थ और ज्यादा से ज्यादा धन कमाने में ध्यान दे रहे है। और ग्रामीण दूर दराज के स्कूलों में पदस्थ योग्यता वाले शिक्षकों को स्थानांतरित किया जा रहे है जिले में बैठें जिम्मेदार अधिकारियों को ये भी पता नही है कि कौन से स्कूल में कितने शिक्षक पदस्थ और पदस्त शिक्षक कितने बच्चों को शिक्षा प्रदाय कर रहे है आज ग्रमीण अंचलों में स्कूल संचालन हो रहे है वह केवल आथिति शिक्षकों के भरोसे चल रहे वही मुख्यालय के नजदीकी स्कूलों में बच्चों की संख्या में कमी है पर शिक्षक भरपूर अपनी सेवाएं दे रहे है वही जहाँ पर बच्चे अधिक है उन स्कूलों में एक रेगुलर शिक्षक और गेस्ट टीचर के भरोसे ही चल रहे है और कही कही तो केवल अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही स्कूलों का संचालन हो रहा है और रेगुलर शिक्षक सब अपने अपने बच्चों का भविष्य बनाने जिला मुख्यालय के क़रीबी स्कूलों में अपना स्थान्तरण लेकर आ गए है और इन्हें दुसरो के बच्चों से कोई लेना देना नही है। वही इनके स्थान्तरण के लिए विधायक स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने अपनी अनुसंशा भी कर रहे है और मुख्यालय में बेठे जिम्मेदार बिना सोचे समझे इनका स्थान्तरण कर रहे और इस स्थान्तरण करने के पीछे इन सभी का कुछ न कुछ निजी स्वार्थ है।
वही बच्चों को सही रास्ता दिखाने वाले शिक्षक अगर खुद ही रास्ता भटक जाए तो वह बच्चों को क्या ज्ञान देंगे। ऐसा ही कुछ मंडला जिले के एक विद्यालय में हुआ जहाँ पर शिक्षक नशे में धुत होकर शाला पहुँचा और इतना नशे में धुत शिक्षक बच्चों को क्या शिक्षा देगा और इसके पीछे कही न कही जिला मुख्यालय में बैठें जिम्मेदारी अधिकारियों की है जो इन शिक्षकों पर शिकंजा नही कस पा रहे और न ही इन शिक्षकों को भय नजर आ राह है।
वही जानकारी के अनुसार नैनपुर विकासखंड की प्राथमिक शाला मानेगांव में एक शिक्षक प्यारेलाल बैगा जो की शराब के नशे में स्कूल पहुँचा और इतना नशे में धुत था कि वह क्लास में ही सो गया, बताया गया की शिक्षक प्यारेलाल शराब नशे में ही स्कूल पहुंचे एवं क्लास में पहुंचते ही नशे की हालत में धुत हो गए बच्चों ने शिक्षक को इस प्रकार देखा तो सभी बच्चे क्लास से बाहर आ गए। तभी अन्य शिक्षको ने उन्हें बाहर एक पेड़ के नीचे लाकर बैठा दिया वही जब इस बात की जानकारी प्रगति श्रीवास्तव विकासखंड शिक्षा अधिकारी नैनपुर को लगी तो उन्होंने पंचनामा बनवा कर सहायक आयुक्त से शिकायत करने की बात मीडिया से कही है। फ़िलहाल शराब के नशे में धुत शिक्षक का वीडियो वायरल हो रहा है।
आज जिले की सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था भी बेपटरी हो चुकी है और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी मुख्यालय AC कमरे के मजे ले रहे हैं। अब देखना यह कि इस प्रकार के जो शिक्षक नशे में धुत होकर बच्चों को शिक्षा देने पहुँच रहे है उन बच्चों पर क्या असर पड़ेगा और क्या कार्यवाही होती ये देखना बाकी है।
No comments:
Post a Comment