मण्डला 17 जून 2023
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 19 जून 2023 को विश्व सिकिल सेल दिवस के रूप में मनाया जायेगा। ग्राम सेमरखापा एकलव्य स्कूल के ऑडीटोरियम परिसर में शासन-प्रशासन के प्रोटोकॉल अनुसार राज्यपाल म.प्र. शासन श्री मंगूभाई छगनभाई पटेल की अध्यक्षता में प्रस्तावित कार्यक्रम में सिकिल सेल मरीजों की जांच एवं उपचार प्रबंधन किया जाएगा।
क्या है सिकिल सेल एनीमिया
सिकिल सेल एनीमिया खून की कमी से से जुड़ी एक बीमारी है। इस अनुवांशिक डिस्ऑर्डर में ब्लड सेल्स टूट जाते हैं। उनका साइज बदलने लगता है जो खून की नसों को ब्लॉकेज कर देती है। सिकिल सेल एनीमिया में लाल रक्त कण मर जाते हैं और शरीर में खून की कमी हो जाती है। जेनेटिक बीमारी के चलते शरीर में खून बनना बंद हो जाता है। शरीर में खून की कमी हो जाने के कारण यह रोग कई जरूरी अंगों को डेमेज होने का कारण बनता है जैसे- किडनी, तिल्ली, लीवर शामिल है। पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं न होने से एनीमिया विकसित करते हैं वह स्थिती जो है सिकिल सेल एनीमिया का नाम देती है। सिकिल कोशिकाएं, लाल रक्त कोशिकाओं को अपना काम करने के लिये रोकती है जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जा रही हैं।
इसके लक्षण
रेसिंग पल्स- बेहोशी या चक्कर आना, थकान, भूख में कमी, सूजे हुए हाथ पैर और टखने सांसो की कमी। पेशाब में खून आना। सूखी या खुजली वाली त्वचा। नींद न आना। मितली या उल्टी। मांसपेशियों में ऐठन। उच्च रक्त चाप का होना। सिकल सेल बीमारी में आंखों में कम दिखने लगता है। मरीज की स्क्रीनिंग, जांच के दौरान बीमारी का पता चलता है।
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