रेवांचल टाईम्स - मंडला विकास खण्ड के नैनपुर में क्या नगर पालिका प्रशासन ठेकेदार और उपयंत्री पर करेगा कार्यवाही या फिर खानापूर्ति एक जनता का सवाल प्रशासन से,
प्रदेश के मुख्यमंत्री कहने से नहीं चूके रहे है। कि भ्रष्टाचार करने वालों को छोड़ना नहीं है। मगर उनके बातों को अधिकारी कर्मचारी और ठेकेदार जमकर मजा ले रहे है। और जमाकर घोटाला और मोटा माल कमा रहे है। और जिसके चलते निर्माण कार्य में भी भरी गुणवत्ताहीन निर्माण किया जा रहा है। मगर उनका संरक्षण नगर पालिका परिषद नैनपुर इंजीनियरिंग का सहयोग और अजूबा उदाहरण देखने को मिला है। जिसमें नैनपुर वार्ड नंबर 14 में देखने को मिला, जहां पर इंटरवेल से स्टॉप डेम तक 50 लाख की लागत से सड़क और पुलिया का निर्माण किया गया था। जिसमें 100 मीटर सड़क पहली ही बारिश में बह गई। वही ठेकेदार प्रीतेश पटेल द्वारा इतना घटिया काम किया गया कि हल्की सी बारिश ने उसके कर्मचारियों और ठेकेदारी की पोल खोल कर रख दी।
ठेकेदार और उपयंत्री की मिली भगत से रोड टूटी कार्यवाही क्यों करता प्रशासन
वार्ड वासियों ने बताया कि डैम के पास से ही एक छोटी पुलिया का निर्माण कार्य किया गया था, जिसमें ना तो बेस डाला गया और ना ही मजबूती प्रदान की गई। जब बारिश का जाएगा। पहला पानी आया तो नगर पालिका के अधिकारी, कर्मचारियों के की मिली भगत और कमीशन और निरीक्षण की सच्चाई की परत खुल गई। नगर पालिका प्रशासन के उपयंत्री ने जो निरीक्षण किया जाता है। वह बेसमेंट में कुछ नहीं दिखा है जिसके चलते पुलिया और रोड बह गई। मार्ग के नीचे बोल्डर डलवा कर सीमेंट सीसी रोड बना दी गई थी, जो कि पहली ही बारिश में बह गई। बता दे कि इस किए गए कार्य का ठेकेदार को भी पूर्ण भुगतान नहीं किया गया है। अभी गारंटी पीरियड में मार्ग है। वही ठेकेदार को ब्लॉक लिस्ट करना चाहिए और ठेकेदार मार्ग बना कर देना चाहिए।
इनका कहना है...
ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिया गया है, जल्दी सुधार कार्य कर लिया और नई सड़क बना दी जायेगी।
दीपक उईके
उपयंत्री
नैनपुर नगरपालिका
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