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Thursday, June 29, 2023

लोक निर्माण विभाग के निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पहली बारिश में दिखा दी अपना रंग...





गुणवत्ताहीन सड़कें पहली बारिश में ही बहते नजर आ रही है...

रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य जिले मंडला में सरकारी धन को कैसे बंदरबांट किया जाता है वह जिले के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों से कोई सीखे की लोगों को मिलने वाली मुलभूत सुविधाओं में कैसे लीपापोती कर और अपना और चहेते ठेकेदारों के घर भर रहे हैं, और सरकारी धन में कैसे भ्रष्टाचार किया जाता है ये लोग निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री और उनके अधिनस्त अधिकारी कर्मचारी बता पाऐगे

      वही मंडला जिले में चल रहे लोक निर्माण विभाग के कार्यों में लगातार गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य का मामला दैनिक रेवांचल टाईम्स की टीम ने लगातार अपनी खबरों के माध्यम से जिम्मेदार अधिकारी और जनता को अवगत कराया कि आखिर कैसे विभाग और ठेकेदार की साठगांठ से सरकारी राशि मे लीपापोती कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है पर न विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने ध्यान दिया और न ही जिला प्रशासन पर ऊपर वाले ने इनका हिसाब शुरू कर दिया और पहली बारिश में ही इनके द्वारा बनाई गई सड़कों की गुणवत्ता सामने आ गई, जिसमें विभाग की लापरवाहियों कमीशन खोरी और हिस्सेदारी बटोरने के चलते ठेकेदारों द्वारा जमकर धांधली की गई है। वहीं विभाग के अधिकारियों को अपनी तिजोरियां भरने से फुरसत नहीं मिल रही है। चंद दिनों पहले किए निर्माण कार्य मे आख़िर कार-बाइक चलने से पहले सड़कें बरसात में बहकर गुम होते नजर आ रही है वहीं शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी से छुपते नजर आ रहे  कार्यपालन यंत्री, अनुविभागीय अधिकारी, उपयंत्री तथा विभाग के अधिकारियों का इस तरह मनमानी रवैया अपनाया जाना और निर्माण कार्यों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने का कार्य कब तक चलेगा आखिर इन भ्रष्टाचारीयों के खिलाफ जिले के सांसद विधायक और हमारे प्रभारी मंत्री द्वारा क्यों ध्यान नही दिया जा रहा है। जहाँ एक तरफ मीडिया कार्यपालन यंत्री और जिम्मेदारों का ध्यान आये दिन ख़बरों के माध्यम से सच्चाई से अवगत करा रही है पर इसके बावजूद भी गुणवत्तापूर्ण कार्य करने से जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी क्यों पीछे हट रहे है इसके पीछे की वजय आखिर क्या है।

पहले भी भ्रष्टाचार और लापरवाहियों का मामला सामने आया है

लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार और लापरवाहियों का सिलसिला कोई नई बात नहीं है, इसके पहले भी नेताओं की जी-हुजूरी करके वर्षों से एक ही कुर्सी पर बैठे जिम्मेदारों का मामला सामने आ चुका है, जिन्होंने दूसरे संभाग में होने के बावजूद जिला मुख्यालय पर बैठ कर यहां के नेता कार्यकर्ताओं के लिए कुर्सी लगाने और समेटने में अपनी नौकरी करते नजर आते हैं, जिन्हें शासन-प्रशासन द्वारा कार्यालय-आवास-विश्राम गृह नेता कार्यकर्ताओं की पार्टी और शाम रंगीन करने के लिए दिया गया है। अधिकारियों की इसी चापलूसी और जी-हुजूरी का नतीजा है कि इनके द्वारा ठेकेदारों से कमीशनखोरी और अपनी हिस्सेदारी बटोरकर गुणवत्ताहीन कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है और ज़िले की भोली भाली जनता के साथ छलावा की जा रहा है जिसका नतीजा जिले में भ्रष्टाचार तेजी से फल-फूल रहा है, आज इन जिम्मेदारो के निजी स्वार्थ के चलते ग्रामीणों को मिलने वाली मूलभुत सुविधाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं।

           वही लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित सड़कें पहली बारिश में ही बहते हुए नजर आ रही है किन्द्री मार्ग, जन्तीपुर-देवरी मार्ग, नांदिया-बहंगा मार्ग, कटरा-बिनैका मार्ग, बिछिया -घुटास मार्ग, कटरा-सेमरखापा मार्ग लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित जिले के लगभग सभी मार्गों ने पहली बारिश में ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया, वहीं बंद वातानुकूलित कमरे में अपने दलाल और ठेकेदारों के साथ बैठे-बैठे फाइलों में ओके रिपोर्ट तैयार कर अपने हिस्सेदारी बटोरने वाले जिम्मेदार सच्चाई और हकीकत से परे है जिले में हुए इस भ्रष्टाचार और गुणवत्ताहीन कार्यों के मामले को लेकर जब लोक निर्माण विभाग की मुखिया कार्यपालन यंत्री शारदा सिंह से पूछा गया तो उन्होंने अपनी व्यस्तता और वी सी का हवाला देकर स्वयं को बचाने में अपना जोर लगाते हुए नजर आई।

और गाँव-गाँव मे बन रही सड़कें एक तरफ बन रही है और दूसरी तरफ से टूट भी रही है पर ये देखने वाला कौन है यहां पर करोड़ों रूपये की खुलेआम सरकारी धन की होली खेली जा रही है। लोक निर्माण विभाग द्वारा इस तरह निर्माण कार्यों में की जा रही अनदेखी और लापरवाहियों तथा भ्रष्टाचार के चलते ठेकेदारों को खुले रूप में फ़ायदा पहुँचाने को लेकर कागजों में गुणवत्तायुक्त बताकर अपनी तिजोरियां भरने का यह सिलसिला कब तक चलेगा, आदिवासी जिले मंडला में भ्रष्टाचार को लेकर लोक निर्माण विभाग और उनके अधिकारी-कर्मचारी जनचर्चा में बने हुए हैं, लगातार विभाग द्वारा की जा रही निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत जल्द ही इनके वरिष्ट और जिम्मेदार अधिकारियों से मिल कर अपनी समस्या रखेंगे और हो रहे निर्माण कार्यो में विभाग द्वारा की जा रही लापरवाही और अनिमत्तिया कि जांच के लिए आवेदन प्रस्तुत किया जावेगा।

पुलिया-सड़क निर्माण कार्यों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दी गई

 वही सूत्रों की माने तो जिले में लोक निर्माण विभाग की कुर्सी की मुंह बोली कीमत लगाकर खरीदी जाती है और उसके बाद गुणवत्ताहीन कार्यों तथा भ्रष्टाचार के चलते दोगुना और चार गुना राशि बसूली जाती है। लोक निर्माण विभाग के इसी भ्रष्टाचार के चलते जिले के सभी विकासखण्डों में पुलिया-सड़क और मरम्मत कार्यों में जमकर लापरवाही बरती जा रही है, जिसमें उपसंभाग भुआ बिछिया नैनपुर, निवास, और मंडला में गुणवत्ताहीन निर्माण कार्यो में अव्वल नंबर पर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अनुविभागीय अधिकारी और उपयंत्री यहां पर निर्माण कार्यों की जांच करने नहीं बल्कि अपनी हिस्सेदारी की माँग करने आते हैं और ठेकेदार द्वारा हिस्सेदारी बांटने के चलते मनमानी धांधली की जा रही हैं। जिम्मेदार अपनी अपनी हिस्सेदारी बटोरने में सभी इतना चूर हैं कि लोक निर्माण विभाग की मुखिया के कानों में जू तक नही रेंग रही है। निर्माण कार्यों के पहले ही ठेकेदारों द्वारा विभाग प्रमुख को जमकर चढावा चढ़ाया जाता है जिसके चलते अनुविभागीय कार्यालय भुआ-बिछिया के मार्गदर्शन में करोड़ों रूपये की लागत से घुटास मार्ग, सरही मार्ग, दानीटोला मार्ग, कांसखेडा मार्ग ककैया मार्ग, अहमदपुर मार्ग इन दिनों डामरीकरण निर्माण कार्य किया जा रहा है। शासन की योजनांतर्गत आसपास के 10-15 गांवों के ग्रामीणों को मध्यप्रदेश सरकार की सड़क मार्ग योजना का समुचित लाभ मिलेगा और जन समुदाय आसानी के साथ अपने ग्रामीण क्षेत्रों से मुख्य मार्ग तक पहुंच सकेगी जिससे जनता जनार्दन आसानी से जनपद पंचायत, तहसील-एस डी एम कार्यालय एवं अन्य शासकीय विभागों के सतत संपर्क में आ सकते हैं वहीं इनको आवागमन में बहुत ज्यादा सुविधा होगी और आये दिन हो रहे घटना-दुर्घटना से बचा जा सकता है।

क्षैत्रीय ग्रामीणों ने मीडिया को बताया है कि इस क्षेत्र में जिम्मेदारों द्वारा किए गए निर्माण कार्यों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दी गई है क्षेत्र के विकास और निर्माण कार्यों के लिए शासन-प्रशासन द्वारा राशि आवंटित किया जाता है परन्तु कुर्सी पर बैठे जिम्मेदारों द्वारा उक्त राशि निर्माण और विकास कार्यों की बजाय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा कर अपनी तिजोरियां भरने में लगा दिया जाता है जिसको लेकर जब जिम्मेदारों से भ्रष्टाचार का कारण पूछा जाता है तो उनका जवाब रहता है कि क्षेत्र के नेता-मंत्रियों को भी हिस्सेदारी बांटी जाती है।

        वही जिले में लोक निर्माण विभाग के द्वारा किये गए घटिया निर्माण कार्यो की जानकारी और शिकायतें बहुत जल्द ही इनके वरिष्ट अधिकारियों और विभाग के प्रमुख सचिव से रेवांचल की टीम मुलाकात कर उन्हें किये गए भ्रष्टाचार ग़बन और ठेकेदार के साथ साठगांठ कर जो निर्माण कार्यो में लीपापोती कर सरकारी धन को बर्बाद किया है उसकी मय प्रमाण के पेश कर जांच की माँग करेंगी जिससे इसे भ्रस्ट अधिकारी और ठेकेदार से सरकारी धन की वसूली हो सकें और इन्हें इसका हर्जाना भरना पड़े की आखिर जनता के पैसो को किस तरह से पानी में बहाया है।

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