दैनिक रेवांचल टाइम्स - मंडला-जनजातीय विभाग द्वारा जिले की करीब आधा सैकड़ा से अधिक शैक्षणिक संस्थाओं में मरम्मत के कार्य कराए जारहें है। जिनकी निगरानी हेतु कलेक्टर ने 13.06.2023 को बैठक लेकर संबंधित विभाग प्रमुखों को जिम्मेदारी सौंपी है साथ ही जनजातीय विभाग के उपयंत्रीयों को संबंधित मरम्मत कार्यो का निरीक्षण कर गुणवक्ता हेतु कार्य कराने की जिम्मेदारी है। लेकिन संबंधित विभाग प्रमुख और उपयंत्री अपनी जिम्मेदारी नही निभा रहे है जिसके चलते ठेकेदार मनमाफिक तरीके से गुणवत्ता हीन सामिग्री लगा कर लीपापोती करने में लगें हुए है।
गुणवत्ता हीन कार्य को लेकर हम कई नोटिस दे चुके है- उपयंत्री
गुणवत्ता हीन मरम्मत कार्य को लेकर जब जनजातीय विभाग मंडला पदस्त उपयंत्री रेमश तोमर पर फोन पर बात हुई तो उनका कहना था हमें पता संबंधित संस्थाओं में गुणवक्ता हीन कार्य कराए जारहें है जिसको लेकर हम अधिकतर लोगों को नोटिस जारी कर समझाइस दे चुके है लेकिन इन ठेकेदारों में से अधिकतर ठेकेदार भाजपा के बड़े बड़े नेता है जिसकी वजह से इन लोगो पर कार्यवाही नही हो रही साथ ही इनकी गुणवक्ता हींन निर्माण कार्य की वजह से में भी परेशान हूँ।
वही हमारे सूत्रों ने यह भी बताया कि वर्ष 2020-21 में जिले की शैक्षणिक संस्थानों की मरम्मत हेतु लाखों करोड़ों रुपये जारी हुए थे लेकिन विभाग की संलिप्तता के चलते संबंधित ठेकेदारों ने उक्त संस्थाओं में न मात्र कार्य किए है। जिसकी वजह से बो सभी संस्थान खण्डर में तब्दील हो रही है। अब सवाल यह उठता कि जब ये ठेकेदार गुणवत्ता हींन निर्माण करते है जिसकी वजह से संबंधित उपयंत्री इनको नोटिस जारी कर रहे लेकिन उसके बाउजूद इन ठेकेदारों को संबंधित विभाग या अधिकारियों द्वारा ब्लॉक लिस्ट व रोक नही लगाई जारही है। अधिकारियों की इस कार्यप्रणाली से प्रतीत होता है कि संबंधित अधिकारी भी ठेकेदारों से सांठगांठ किए है हुए जिसकी वजह से गुणवत्ता हीन कार्य करने वालो पर कार्यवाही नही हो रही है।
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