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Saturday, May 27, 2023

रत्न विज्ञान विषय में कौषल विकास से स्वाबलंबन के हमारे परंपरागत आयाम को अवष्य ही प्रोत्याहन मिलेगा - प्रो राकेष वाजपेयी




रेवांचल टाईम्स - प्रभारी कुलपति, रा.दु.वि.वि., रत्न की सही परख आवष्यक है जिससे कि उसका हमारे जीवन पर प्रभाव सर्वोत्तम हो- मुख्य अतिथि, डॉ विनीता कौर सलूजा, मंगलायतन विष्वविद्यालय,जबलपुर

       विष्वविद्यालय व्यावसायिक अध्ययन एवं कौषल विकास संस्थान,रानी दुर्गावती विष्वविद्यालय,जबलपुर एवं महाकौषल इंस्टीट्यूट ऑफ जेम टेस्टिंग एण्ड रिसर्च सेंटर,जबलपुर एवं मध्य प्रदेष काउंसिल ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी, भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ऑन ‘‘जेमोलॉजी एण्ड इट्स पॉपूलेरिटी इन मार्डन सोसाइटी विथ स्पेषल रेफरेंस टू सिमूलेण्ट्स पोसिंग थ्रेट टू डायमंड इंडस्ट्री‘‘ के समापन सत्र में मुख्य अतिथि डॉ विनीता कौर सलूजा, मंगलायतन विष्वविद्यालय,जबलपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि रत्न विज्ञान एवं रत्न की सही जांच परख करने और इंन्वेस्ट करने के पूर्व सत्यता को जांचता आवष्यक है, इसे करियर की संभावताऐं असीम है।

       अध्यक्षता रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के प्रो राकेष वाजपेयी, प्रभारी कुलपति,रा.दु.वि.वि., ने की आपने अपने उद्बोधन छात्र-छात्राओं को जेमोलोजी की मूल तकनीकि को सीखने की प्रेरणा दी एवं जीवन में रत्न विज्ञान के क्षेत्र में करियर के अवसरों को बढावा देने एवं रोजगाार प्रदान करने के अवसरों को छात्र-छात्राओं को जागरुक किया जाना चाहिए।

       सारस्वत् अतिथि लेफिटनेंट कमांडेंट श्री मयंक पुरी, सी.ई.ओ.,एन.सी.सी.हेड क्वार्टर जबलपुर ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज करियर की असीम संभावनाऐं हैं जिन्हें हमें स्वयं से अथवा एक्सपर्ट के सहयोग से पहचानना होगा।

       विश्वविद्यालय व्यावसायिक अध्ययन एवं कौशल विकास संस्थान और कृषि संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सुरेंद्र सिंह ने समापन सत्र में सारांषीय उद्बोधन दिया। रत्न और रत्न विज्ञान को कौषल विकास का एक महत्वपूर्ण बताते हुए सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं को इस विषय की टेस्टिंग ट्रेनिंग एवं सेमिनार के समापन सत्र कहा।

       विषिष्ट अतिथि प्रो संजय तिवारी, प्राचार्य, नवयुग महाविद्यालय, ने स्किल बेस पाठ्यक्रमों में नवाचार एवं रोजगार को बढावा देना ही प्रमुख उद्देष्य है।

         तकनीकी सत्र में आज द्वितीय दिवस हेन्ड्स ऑन ट्रेनिंग संदीप पारेख, निदेषक, भारत जेम्स,चैन्नई, श्रीमति मीनू व्यास,निदेषक, जेमोलॉजी साइंस इंटरनेषनल,जयपुर एवं श्री मनु अग्रवाल, जेमोलॉजिस्ट ने विभिन्न उपकरणों माइक्रोस्कोप, कैरेटमीटर, पॉलरीस्कोप, यू.वी.रेडिएषन लाइट के माध्यम से विभिन्न रत्न जैसे डायमण्ड, रुबी, टोपाज, सी.वी.डी.,एमरॉल्ड, रॉक क्रिस्टल, यलो सफायर आदि के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ ए,एन, सिंह, निदेषक, महाकौषल इंस्टीट्यूट ऑफ जेम टेस्टिंग एण्ड रिसर्च सेंटर,जबलपुर से मुख्य रुप से प्रषिक्षण प्रदान किया गया।  

             समापन सत्र में सक्रिय प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।

       विष्वविद्यालय व्यावसायिक अध्ययन एवं कौषल विकास संस्थान, सेे डॉ मीनल दुबे ने मंच संचालन किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजय मिश्रा ने दिया। सेमिनार में इं महावीर त्रिपाठी, डॉ सुनील चौधरी, समा्रट बोस, सुश्री स्वाती राय, डॉ दीपेंद्र सिंह, डॉ अपर्णा शर्मा, डॉ संस्कला पटैल, सुश्री भावना यादव, डॉ राजेष आर्वे, शौर्य शुक्ला आदि समस्त छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।

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