सफेद नमक और सेंधा नमक को लेकर लोगों में बड़ी भ्रांतियां हैं. कोई कहता है सेंधा नमक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, तो कोई सफेद नमक में आयोडीन होने के कारण उसे ज्यादा अच्छा बताता है. खाना पकाने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल सफेद नमक का ही होता है. हालांकि, कुछ लोग सेंधा नमक यानी पिंक सॉल्ट को भी खाना पकाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. सफेद और सेंधा नमक दोनों के अपने फायदे और नुकसान होते हैं. चलिए जानते हैं…
सफेद नमक के फायदे
सफेद नमक लगभग हर जगह उपलब्ध होता है. यह सबसे आम नमक है, जिसका दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. टेबल सॉल्ट, कॉशर सॉल्ट और सी-सॉल्ट इसके कुछ प्रकार हैं. सफेद नमक ज्यादा इस्तेमाल क्यों होता है और ज्यादातर जगहों पर यह क्यों मिलता है, इसका एक बड़ा कारण यह है कि यह बहुत सस्ता होता है. यह नमक आसानी से किसी भी किराना स्टोर या ऑनलाइन स्टोर पर 12-15 रुपये किलो जितनी कम कीमत से आसानी से मिल जाता है.
सफेद नमक खाने का सुझाव इसलिए भी दिया जाता है, क्योंकि इसमें आयोडीन मिला होता है. आयोडीन एक बहुत ही जरूरी मिनरल है. विशेषतौर पर थायरॉइड फंक्शन और दिमागी विकास से लिए आयोडीन बहुत ही जरूरी होता है. आयोडीन की कमी की वजह से थायरॉइड डिसऑर्डर हो सकता है. आयोडीन युक्त नमक खाने से हमारी दैनिक आयोडीन की जरूरत पूरी हो सकती है. इसलिए ज्यादातर लोग सफेद नमक का इस्तेमाल करके अपनी आयोडीन की कमी को पूरा करते हैं.
खाना पकाने के लिए ज्यादातर सफेद नमक का इस्तेमाल किया जाता है. ज्यादातर डिशेज को सफेद नमक के अनुसार ही तैयार किया जाता है. इसका फाइन टेक्सचर और आसानी से घुलने वाला गुण इसे इस्तेमाल में आसान बनाता है. कई तरह के भोजन में तो सफेद नमक को ऊपर सि छिड़ककर भी इस्तेमाल किया जाता है.
सफेद नमक को रिफाइनिंग प्रोसेस से गुजरना पड़ता है. इस रिफाइनिंग प्रोसेस में ब्लीचिंग के साथ ही एंटी-केकिंग एजेंट्स एड करना भी शामिल हैं. इसकी वजह से सफेद नमक नेचरल नहीं रह जाता है. सफेद नमक में सोडियम की भी भारी मात्रा होती है. ज्यादा मात्रा में सोडियम का सेवन करने से यह आपके स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है. खासतौर पर दिल का स्वास्थ्य, हाई ब्लड प्रेशर और किडनी के स्वास्थ्य के लिए यह घातक हो सकता है.
सेंधा नमक के लाभ
सेंधा नमक या पिंक सॉल्ट को हमारे देश में व्रत का नमक भी कहा जाता है. यह रॉक सॉल्ट होता है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे मिनरल होते हैं. यह मिनरल स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं. हालांकि, पिंक सॉल्ट में मिलने वाले यह मिनरल बहुत ही कम मात्रा में होते हैं, इसलिए इनसे स्वास्थ्य को बहुत अधिक फायदा नहीं होता है. अगर इसे सफेद नमक की तरह ही इस्तेमाल किया जाए तो यह खाने में भी कम लगता है, जिससे यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है.
पिंक साल्ट यानी सेंधा नमक को बहुत ही कम प्रोसेस किया जाता है. सफेद नमक की तरह इसे कई प्रोसेसिंग से नहीं गुजरना पड़ता. सेंधा नमक को पहाड़ों से खोदकर निकाला जाता है और फिर थोड़ा-बहुत चीजें एड करके आपके घरों तक पहुंचा दिया जाता है. यही वजह है कि कुछ लोग सेंधा नमक को पसंद करते हैं और उसी का सेवन करते हैं. वह इसे सफेद नमक का प्राकृतिक विकल्प मानते हैं.
सेंधा नमक का अपना फ्लेवर और पिंक कलर होता है. सेंधा नमक आपके भोजन या सलाद को एक अलग स्वाद और टेक्सचर देता है. कई बार इसे सलाद आदि को गार्निश करने के लिए इस्तेमाल करता है और इसका अनूठा रंग व खुशबू सलाद को अलग ही स्वाद व रंग-रूप देता है.
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