रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के जनपद पंचायत मवई जोकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अंतर्गत आता है इस समय मध्यप्रदेश शासन की योजना मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की फॉर्म भरना, केवाईसी करना, ऑनलाइन करना, समग्र आईडी में नाम सुधारना, पीएम आवास योजना के देख रेख (जियो टेक) करना और अन्य कार्य जैसे पंचायत कार्यालय के अन्य कामों की ऑनलाइन करना, फाइल मैनेजमेंट करना एसे विभिन्न योजनाएं के कार्य ग्राम पंचायतों में एक अकेला वेक्ति कम वेतन राशि में अपना कार्य सुबह 8:00 बजे से सायं 6:00 बजे तक फॉर्म भरने में ऑनलाइन करने में और माताओं बहनों को मोबिलाइज करने में अपना बहुमूल्य समय को पंचायत विभाग के कार्य करने से पिछे नहीं हट रहे है ।
वही इनके द्वारा शासकीय अवकाश एव अन्य अवकाश होने के बाद भी ये अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे है वही PESA ग्राम सभा मोबिलाइजरो को वेतन इतनी कम राशि मिलती है, जोकि मनरेगा की दिन के मजदूरी के हिसाब से पढ़ता नहीं पड़ता । और ऐसे कुछ गांव,और ग्राम पंचायत है जो की वहा पर मोबाईल का नेटवर्क न मिलने के चलते ऐसी स्थिति में भी पेसा मोबिलाइजर गांव से बाहर घने जंगलों के बीच में बैठ कर एवं खेतों में नेटवर्क की तलाश करते हुए उन जगहों में जाकर जाकर अपना कार्य पूर्ण ईमानदारी से कर रहे हैं, वही मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के फॉर्म ऑनलाइन कर रहे है । ईसके बाद भी पंचायत विभाग में जितनी भी शासन के विभिन्न योजनाओं के कार्य ऑनलाइन के रहते हैं वह सभी कार्य करते हैं । वर्तमान समय मे देखा जाए तो पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की फॉर्म ऑनलाइन भरे जा रहे हैं जिसे इनके द्वारा पूरी ईमानदारी के साथ इतने कम वेतन होने के बाद भी अपने कार्य में लगे हैं। वर्तमान समय में पंचायत स्तरों से पूरे प्रदेश भर में रोजगार सहायक अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल में डटे हुए हैं । और ऐसी परिस्थिति में पेसा मोबिलाइजर पंचायतों के कार्यभार को संभाल रहे हैं । और बड़ी लगन के साथ मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के कार्य में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
पेसा मोबिलाइजर ब्लॉक
अध्यक्ष मवई - मनोज कुमार धुर्वे ।
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