दैनिक रेवांचल टाइम्स - मंडला लोकसभा क्षेत्र के तहसील नैनपुर के ग्राम पिंडरई मैं जन्मे राष्ट्र गौरव राष्ट्रसंत आचार्य श्री 108 प्रज्ञा सागर जी महाराज जिन्होंने 12 वर्ष की छोटी सी उम्र में ही गृह त्याग दिया और वैराग्य धारण कर समाज, देश और स्वयं के कल्याण करने के लिए निकल पड़े। अपने इस जीवन काल में गुजरात के भरूच शहर में समोसारण तीर्थ, और राजस्थान में छोटा गिरनार और आदिश्वर धाम विशाल जिन बिंब जिनालय का निर्माण करवाया,कर्नाटक के भोज में शांति सागर तीर्थ का निर्माण करवाया तथा महाकाल की नगरी उज्जैन में महावीर तपोभूमि के नाम से बृहद तीर्थ का निर्माण कराया। जिसमें प्रतिवर्ष अनेकों समाज की बच्चियों की शादी करवाने का कार्य किया जाता है।
प्रारंभ में महाराज श्री के द्वारा दो वर्षों तक लगातार पदयात्रा निकाल कर शराब और मांसाहार त्याग के लिए हजारों लोगों को संकल्प दिलाया गया था। उज्जैन महाकुंभ में भी महाराज श्री के भक्तों द्वारा लाखों लोगों को आश्रय के साथ भंडार करवाया गया। कोविड-19 के दौरान महाराज श्री के द्वारा अपने सभी तीर्थ क्षेत्रों से पीड़ित परिवार को अनेकों सहायता प्रदान की गई।
पूर्व मैं भी महाराज श्री के जन्म दिवस के अवसर पर पिंडरई ग्राम में सैकड़ों लोगों ने अपनी स्वेच्छा से मृत्यु उपरांत नेत्रदान करने का संकल्प पत्र शासन के समक्ष प्रस्तुत किया। महाराज श्री की त्याग की चर्या धर्म की प्रभावना और समाज के प्रति समर्पण के कारण अनेकों राष्ट्रीय नेता भी महाराज श्री से आशीर्वाद एवं राष्ट्र निर्माण में विचार विमर्श करने उनके समक्ष पहुंचते रहते हैं। आज हम सब क्षेत्रवासियों के लिए खुशी कि वह घड़ी आ चुकी है जब महाराज श्री का आगमन महाराज श्री की जन्म स्थली ग्राम पिंडरई में 14 अप्रैल दिन गुरूवार प्रातः 7:00 बजे होने जा रहा है। नगर को बड़ी सुंदरता के साथ सजाया गया है। नगर के प्रत्येक मार्ग पर स्वागत द्वार बनाया गया है जिले सहित विभिन्न राज्यों से आपके अनुयायी पिंडरई पहुंच रहे हैं । सभी के ठहरने व भोजन की समुचित व्यवस्था है। हजारों क्षेत्रवासियों जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारी गणों के द्वारा भव्य अगवानी की जावेगी। इस भव्य आगवानी में पहुंचकर महाराज श्री के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
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