दैनिक रेवांचल टाइम्स - मण्डला लोधी समाज एवँ अन्य संगठनों के द्वारा मनाया गया रानी अवंती बाई लोधी का बलिदान दिवस, आजादी में उनके योगदान को किया याद
आज भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, देश के स्वाभिमान के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करने वाली अदम्य साहस की प्रतिमूर्ति वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की 165वीं पुण्यतिथि है। हर साल 20 मार्च को बलिदान दिवस के रूप में रानी अवंती बाई की पुण्यतिथि मनाई जाती है। बता दें कि रानी अवंतीबाई ने अपनी मातृभूमि पर ही देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। अवंती बाई के बलिदान दिवस पर देश उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दे रहा है।
लोधी समाज और शहर के गणमान्य नागरिकों ने लालीपुर चौराहा में अवंतीबाई की प्रतिमा में माल्यार्पण कर बलिदान दिवस मनाया। जिसके लिए समाज के सभी वर्ग के सदस्यों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सभी लोगों ने रानी अवंती बाई के बलिदान दिवस 20 मार्च को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किए जाने की मांग की। इस अवसर पर समस्त लोधी समाज के सदस्य एवँ अन्य संगठनों के सदस्य रानी अवंती बाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रानी अवंती बाई स्वाधीनता संग्राम में शहीद होने वाली पहली महिला वीरांगना थीं। 1857 की क्रांति में रामगढ़ की महारानी अवंती बाई रेवांचल के मुक्त आंदोलन की सूत्रधार थीं। अवंती बाई ने अंग्रेजों से ऐतिहासिक युद्ध किया, जो भारत की आजादी में बहुत बड़ा योगदान है।
आज के कार्यक्रम के आयोजक लोधी समाज एवँ रानी अवंतीबाई संघर्ष समिति के सदस्य रहे। कार्यक्रम में अन्य सामाजिक संगठनों के पदधिक्कारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपालिका उपाध्यक्ष अखिलेश कछवाहा एवँ प्रो शरद नारायण खरे जी एवँ लोधी समाज के सभी वरिष्ठ सदस्य एवँ युवा संगठन के साथ अन्य समाजसेवी संगठन के सदस्य की उपस्थिति रहीथ
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