रेवांचल टाईम्स - मंडला, केंद्र व राज्य सरकार जन्ता की आजीविका सृजन करने लिए संयुक्त रूप से विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है जिनमें से एक है वन धन विकास योजना इस योजना के माध्यम से दोनों ही सरकारें जनजातीय समुदाय को रोजगार उपलब्ध करा रही है। आज इसी तारमत्म्य में मुख्यवन संरक्षक जबलपुर कमल अरोरा, और डीएफओ अशोक बंशल ने फीता काटकर ग्राम कालपी में जंगल रसोई का उद्घाटन किया। वही वन संरक्षक कमल अरोरा ने बताया कि यह भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य आदिवासी बाहुल्य जिलों के जनजातीय भाई बहनों को विकास और रोजगार से जोड़ा जाए। इसी के तहत आज वन ग्राम कालपी उद्घाटन किया है।
भारतीय जन्ता पार्टी के मंडल अध्यक्ष ने बताया कि वन धन योजना का प्रमुख काम आदिवासी लोगों के लिए आजीविका सृजन को लक्षित करना और उन्हें उद्यमियों में बदलना है साथ ही कहा इस योजना की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वर्ष 2018 में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर शुरुआत की थी जो आज देश के कौने कौने में फ़ैल चुकी है जिसके माध्यम से जनजातीय समुदाय के लोग अपनी आजीविका चला रहा है। वही सांसद प्रतिनिधि संदीप नामदेव ने बताया कि हमारे लिए बड़े ही गौरव की बात है कि हमारे गांव में वन धन विकास योजना के माध्यम से जंगल रसोई की शुरुआत हो रही जिससे हमारे क्षेत्र के लोगो को आजीविका का साधन मिलेगा। साथ ही डीएफओ अशोक बंशल ने बताया कि प्रदेश में इस योजना के माध्यम से रोजगार के विभिन्न साधन उपलब्ध है लेकिन जंगल रसोई की शुरुआत मुख्यवन संरक्षक के विशेष निवेदन पर केंद्र और राज्य सरकार ने शुरू करने की अनुमति प्रदान की और आज इसी के माध्यम से छिंदवाड़ा के परासिया क्षेत्र की महिलाएँ जंगल रसोई चला कर अपनी आजीविका अर्जित कर रही है। वही इस मौके पर निवास एसडीओ मुकेश पटेल, महाराजपुर एसडीओ जाटव, रेंजर साधना सिंह चौहान, स्वाति यादव, श्रुतिबाला ठाकुर, डिप्टी रेंजर एके पांडे, वन रक्षक श्याम खंडाते, युवराज सिंह ठाकुर सहित तमात वन अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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