हिंदू धर्म में पेड़-पौधों को भी पूजनीय स्थान दिया गया है क्योंकि पेड़ों में देवताओं का वास माना जाता हे. खास तौर पर पीपल के पेड़ का विशेष महत्व है और इसकी पूजा करने से भगवान विष्णु, भगवान शिव और ब्रह्मा जी का एक साथ आशीर्वाद प्राप्त होता है. पीपल का पेड़ घर में आ रही कई परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है. लेकिन पीपल का पेड़ कभी घर में नहीं लगाया जाता और इसे घर में लगाना अशुभ होता है. इसलिए पीपल के पेड़ की पूजा हमेशा मंदिर में जाकर ही की जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि रोजाना पीपल के पेड़ में जल चढ़ाया जाए तो व्यक्ति को पितृ दोष से छुटकरा मिलता है.
हो सकता है आर्थिक संकट
अगर गलती से घर के बाहर या भीतर कहीं भी पीपल का पेड़ उग जाए तो यह एक अशुभ संकेत होता है. आमतौर पर घर की छत पर पानी के टंकी के आस-पास पीपल का पेड़ उग जाता है. ऐसे में इसे उखाड़ फेंकना ही बेहतर है. क्योंकि घर में पीपल के पेड़ के उगने का मतलब है कि आर्थिक संकट दस्तक देने वाला है. या घर के सदस्य रोग से पीड़ित हो सकते हैं. ऐसे में पीपल के पेड़ को उखाड़ देना चाहिए. लेकिन इसे उखाड़ने का भी सही तरीका पता होना जरूरी है.
ऐसे उखाड़े घर में लगा पीपल का पेड़ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर के अंदर या बाहर कहीं भी पीपल का पेड़ उगता हुआ दिखाई दे तो उसे उखाड़ देना चाहिए.
लेकिन ध्यान रखें कि घर की महिलाओं को कभी भी पीपल का पेड़ नहीं उखाड़ना चाहिए. ऐसा अशुभ माना जाता है.
पीपल का पेड़ उखाड़ने से पहले 45 दिनों तक उसकी पूजा-अर्चना करनी चाहिए.
साथ ही रोजाना जल अर्पित करना चाहिए और जल में कुछ बूंदे दूध की मिलानी चाहिए.
पूजा करते वक्त पीपल के पेड़ के नजदीक घरी का दीपक भी जलाना चाहिए.
ऐसा 45 दिन तक करें और फिर 45 दिन के बाद पीपल के पौधे को उखाड़ दें.
उखाड़े गए पौधे को किसी खाली जगह या मंदिर में लगा दें.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं.
रेवांचल टाईम्स इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
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