बजबाजाती नालियों एवं बिजली के अभाव में रहने को मजबूर कॉलोनाइजर लगाया चुना
रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला इन दिनों कॉलोनाइजर की बाढ़ सी आई हुई है लोगों को अच्छी सम्पूर्ण व्यवस्था बताकर लोगो के साथ ठगी की जा रही है और जिम्मेदार और प्रशासनिक अमला इन्हें लोगो के साथ ठगी की खुली छूट दे रखी है जगह जगह इन दिनों खेती की भूमि में प्लाट काटे जा रहे है जिनमे न सड़क है और न बिजली और न ही पानी की सुविधाएं पर धड़ल्ले से प्लाट के ऊपर प्लीट बिक रहे है और जिला प्रशासन अपनी आँखों मे पट्टी बांध कर बैठ गया है या कहे कि जिम्मेदारो के ऊपर नोटों की परत जमी हुई है जो इन्हें लोगो की परेशानी नजर नही आ रही है।
वही जनसुनवाई में शिकायत पर नहीं हो रही कार्यवाही मुख्यालय के उपनगर महाराजपुर स्थित गोकुलधाम कॉलोनी का विकास म्हासर बिल्डकोन मुंबई के द्वारा किया गया। कॉलोनी का शुभारम्भ इतने जोर-शोर से करते हुए कॉलोनी को पूर्णतः वैध बताया गया। कॉलोनी के प्लाट बेचने के लिए लोकलुभावन सपने दिखाए गए।
सरल समझ वाले मंडलावासी झांसे में आकर प्लाट खरीद कर इतने प्रफुल्लित हुए जैसे लगा कि उन्होंने जग जीत लिया हो | आश्वासनों के मीठे मीठे सपनों में डूबे कालोनीवासी धीरे-धीरे अपनी घर बना कर रहने लगे। प्रारंभ के वर्षों में लगा कि दुनिया में अगर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं है । समय बीतने लगा और वास्तविकता के रंग दिखने लगे। लोगों को दिखाए गए स्वप्न अब दिवास्वप्न से बन गए। वे कश्मे-वादे जो म्हासर बिल्डकोन के विज्ञापनों में, पम्प्लेट्स में प्लाट बेचने के पहले थे अब दूर दूर् तक पूरे होते हुए दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। लोग अब स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। गोकुलधाम वासी अब स्वयं को समस्याधाम वासी समझने लगे हैं।
प्रकाश व्यवस्था और कॉलोनी-
कॉलोनी पूर्णरूप से वैध है यह सूत्रों से ज्ञात हुआ, पर वैद्यता की कसौटी पर यह कॉलोनी कहीं खरी नहीं उतरती है |पर्याप्त लाइट की उपलब्धता कॉलोनी में नहीं है | कॉलोनी के कुछ क्षेत्र तो घने अन्धकार में इस प्रकार से डूबे हुए हैं कि वहां यदि कोई गलती से पहुँच जाए तो उसे यह अनुभव होगा कि वह किसी वीराने में आ गया हो | इन घने अंधेरों का फायदा उठाकर अपराधिक तत्वों ने यहाँ नशाखोरी का अड्डा बना लिया है | समय समय पर निकलने वाले जहरीले कीड़े मकोड़ों , सर्पो ने तो लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है | कोलोनाइज़र ने 51 फुट भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा का स्वप्न दिखाया था पर यह नहीं बताया था कि उनके गणों को भी बुलाया गया है | भोलेनाथ जी की प्रतिमा की स्थापना अब दिवास्वप्न रह गई है पर उनके गण कहीं घर में तो कहीं बाहर अवश्य दर्शन दे जाते हैं | कभी काम करने वाले मजदूर को अपना शिकार बनाते हैं तो कभी घर की गृहिणियों को |
ज्ञात होवे की अगस्त माह में एक प्रेमी जोड़े द्वारा अँधेरे में अपनी जीवन लीला समाप्त करने की घटना से पूरी कॉलोनी सदमें में आ गई थी | नशे के आदि अपराधी पृवत्ति के लोग साँझ ढलते ही अँधेरे का फायदा उठाते हुए नशा करते दिखाई पड जाते हैं | बच्चों महिलाओं का सायं बाद निकलना मुश्किल सा हो गया है |
पेयजल व्यवस्था और कालोनीवासी-
मां नर्मदा के तट पर कालोनीवासी प्यासे
एक स्वच्छ स्वस्थ वातावरण की कल्पना मन में लिए रहने आये कालोनीवासियों को उस समय वास्तविकता समझ आई जब बोरिंग का फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर हुए | यहाँ नगरपालिका के पेयजल की व्यवस्था का वचन तो था पर वह भी झूठा | पेयजल हेतु , प्रत्येक घर के लिए पाइपलाइन की सुविधा तो है पर मात्र हवा देने के लिए | नगरपालिका के अनुसार पानी की सप्लाई के लिए लगाई गई पाइपलाइन निर्धारित मापदंडों को पूरा नहीं करती हैं | इसके लिए पुनः पाइपलाइन की व्यवस्था करने पड़ेगा | कालोनीवासियों द्वारा पानी की समस्या के लिए जब कोलोनाइज़र से चर्चा की गई तो उन्होंने यह कहकर इतिश्री कर लिया कि मैंने कॉलोनी नगरपालिका को हैण्डओवर कर दिया है अब इसका निराकरण नगरपालिका निकालेगी। नगरपालिका में समय समय पर लगभग 10 आवेदन कालोनीवासियों द्वारा दिए गए ,जिसमें तीन जनसुनवाई के आवेदन भी थे किन्तु निराकरण अब तक शुन्यता लिए हुए है | नगरपालिका कोलोनाइज़र को अनापत्ति प्रमाणपत्र देने के बाद, कोलोनाइज़र से पाइप लाइन के सहयोग की अपेक्षा कर रही है। जिसमें गोकुल धाम वासी समाधान की प्रत्याशा में पिस रहे हैं।
कालोनी वासी फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर-
फ्लोराइड युक्त पानी पीने से कालोनीवासियों को बहुत सी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। फ्लोराइड युक्त पानी पीने से किसी को हड्डियों की समस्या तो कोई किडनी की समस्या से झूझ रहा है | कहीं लोगों के बाल झड रहे है तो कहीं दांत खराब हो रहे हैं।
गंदगी से बजबजाती नालियाँ और सफाई-
कालोनीवासियों के लिए नालियाँ कोलोनाइज़र द्वारा बनवाई गई हैं लेकिन उनकी निकासी कहाँ है यह शोध का विषय है | कॉलोनी की नालियों में बदबू युक्त गन्दा पानी भरा हुआ है।नालियों की सफाई कभी नहीं हुई। कुछ समय पूर्व कालोनीवासियों द्वारा स्वयं श्रमदान कर सफाई की गई किन्तु यह श्रम ज्यादा दिनों तक उनका साथ न दे सका और नालियां पुनः गंदगी से भर गई ।
कालोनीवासियों द्वारा की गई मेहनत पर उस समय पानी फिर गया जब सीवरलाइन की खुदाई हुई और निकली मिटटी नालियों में भर दी गई | फिर से नालियां जाम हो गई | न तो नगरपालिका ने इस बात की सुध ली ना ही सीवर लाइन खोदने वालों ने कालोनीवासियों पर दया की | नालियों में गन्दा पानी भरा हुआ है निवासी बच्चे, बड़े बूढ़े सभी बीमार हो रहे हैं और इलाज में अपनी कमाई गँवा रहे हैं।
जो हवामहल कालोनीवासियों ने घर बनाने से मन में तैयार किया था वह अब धरासाई हो गया है। लोग स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं, समाधान न तो कोलोनाइज़र के पास है और न ही एन ओ सी जारी करने वाली नगरपालिका के पास | सभी के नाम में यह यक्ष प्रश्न बार-बार उठ रहा है कि जब कॉलोनी में जनसामान्य के लिए मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता का आभाव था तो क्या देखकर नगरपालिका ने कोलोनाइज़र को अनापत्ति जारी की।
स्थानीय पार्षद ने कोलोवासियों को यह बोल कर उम्मीद का दामन थमा दिया है कि मेरे द्वारा समस्याओं से समाधान निकालने में पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। विचारणीय बात यह है कि इस गोकुलधाम कॉलोनी से जुडकर कुछ नई कॉलोनियां दबे- चुपके विकसित हो रही हैं, जब वैध कॉलोनी में समस्याओं का अम्बार लगा हुआ है तो नई कॉलोनियां जो डेवलप की जा रही हैं उनका तारणहार कौन होगा।
मापदंडों की कसौटी पर खरे न उतरने पर भी कोलोनाइज़र्स को अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी होना यह आपत्तिजनक है।
इनका कहना है -
गोकुलधामवासी पिछले दो तीन वर्ष से नल जल बिजली की समस्या के निदान हेतु संबंधित कार्यालय और प्रशासन से निवेदन कर रहे है पर अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है कृपया इस समस्या का निराकरण शीघ्र किया जाए।
श्रीमती आरती शर्मा
निवासी गोकुल धाम कॉलोनी, महाराजपुर, मण्डला
गोकुलधाम कालोनी मे बजबजाती नालियां और पेयजल की गंभीर समस्या है। प्रकाश की समुचित व्यवस्था नहीं है। पूरा क्षेत्र फ्लोराइड युक्त है। पेयजल के लिए सारे गोकुलधाम वासी गेट के पास मेन रोड में लगे एक मात्र सार्वजनिक नल से गुजर बसर कर रहे हैं। अगर किसी दिन सार्वजनिक नल का पानी नहीं मिल पाता तो फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर होना पड़ता है। यहां के लोग अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने के लिए मजबूर हैं।
श्याम बैरागी
निवासी गोकुल धाम कॉलोनी, महाराजपुर, मण्डला
कॉलोनी नगरपालिका मंडला की सबसे व्यवस्थित कॉलोनी मानी जाती है l जब यहां अव्यवस्थाओं का बोलबाला है तो शेष कॉलोनियों की स्थिति अकल्पनीय है l जिला प्रशासन से निवेदन है कि कॉलोनी की गम्भीर समस्याओं का त्वरित समाधान निकालने कष्ट करें l
आशीष कुमार हरदहा
निवासी, गोकुलधाम कॉलोनी,
महाराजपुर, मण्डला
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