रेवांचल टाईम्स - मंडला जिले की जनपद पंचायत नैनपुर सीईओ और एपीओ अनामिका रजक की जांच के नाम पर कर दी खाना पूर्ति कर पेश कर जिला पंचायत को गोलमाल जांच रिपोर्ट आवेदक सिविल न्यायालय की लेगा शरण
कहते है। जब कोतवाल सईया तो डर किस बात का ये कहावत जरूर है। मगर कहावत सत्य और सही हो जाती है। ऐसी घटना ग्राम पंचायत रमपुरी में हुई है। मामला मृतक भदली बाई के जांब कार्ड में ग्राम के अन्य व्यक्तियों के नाम जोड़ा गया है। और फर्जी हाजरी का भुगतान भी अन्य व्यक्ति के नाम पर निकला गया है। जिसकी लिखित शिकायत कर्ता मनोज उईके और जय पाल धुर्वे ने जनपद पंचायत नैनपुर सीईओ को तीन महीने पहले कि थी। और मामला तुल भी पकड़ा था मगर सीईओ साहब ने ऐसा रंग में भग किया की कुछ कहना स्वयं को आरोपित करने के बराबर है।इनके कार्यकाल में जनपद पंचायत केवलारी ऐसे अनेक कारनामे है। की साहब को दिक्कत होगी मगर खैर जो भी हो
रोजगार सहायक जय प्रकाश यादव और सचिव सुख देव उइके इतने दबंग है। अधिकारियों को पैसे देकर किया सेट
ग्राम पंचायत रमंपुरी के रोजगार सहायक जय प्रकाश यादव और सचिव सुख देव उइके इतने दबग निकले की जिसकी कोई सीमा नहीं और मनमानी ऐसी की ग्रामीणों से लूट कर पत्नी के नाम पर नैनपुर में प्लाट खरीद लिया और ससुराल में जमीन खरीद ली और शिकायत हुई तो आवेदक को धमकने की कोई कसर नहीं छोड़ी जिसमे उसका सहयोग पुरा जनपद पंचायत नैनपुर सीईओ विनोद मरावी और एपीओ अनामिका रजक ने बड़ा खेल खेला है। नाम ना छापने की शर्त पर बताया है। की सीईओ और एपीओ ने मामले से बचाने के लिऐ रोजगार सहायक जयप्रकाश यादव ने दोनों अधिकारियों को मोटी रकम दी है। जिसके कारण जिला पंचायत को जाने वाली रिपोर्ट में जमकर खेल खेला गया है।
अधिकारियों को रकम मिलते ही बदल गए स्वर बोलने लगे की घोटाला नही हुआ है। पत्रकार बदनाम कर रहे है।
वही नैनपुर जनपद पंचायत सीईओ का कहना है।की गोडवाना संगठन के द्वारा झूठा मामला को हवा दी जा रही है। जबकि रोजगार और सचिव ने इतना बड़ा कोई घोटाला नहीं है। किया पार्टी और संगठन लोग परेशान कर रहें है। वही सीईओ साहब ने खुले शब्दों में कहा की जितना बड़ा आप ख़बरों में बढ़ा चढ़ा कर प्रकाशित कर रहे हों रोजगार सहायक जय प्रकाश यादव कोई ग़लत नहीं किया है उसके विरुद्ध कार्यवाही नहीं कर सकते है। विस्वनीय सूत्रों से जानकारी के अनुसार मामला को साठ गांठ करने के लिए सीईओ नैनपुर विनोद मरावी ने रोजगार सहायक से 83 हजार रुपए लिया गया है। और जॉच अधिकारी एपीओ अनामिका रजक 55 हजार रुपए लिया है और पीसीओ 15 हजार दिया गया है। और जिले में कोई कार्यवाही ना इसके लिए भी सीईओ साहब ने खुद ही जिले का अधिकारियों से बात की जानकारी मिली है। जिससे साफ होता है। सीईओ नैनपुर आते ही अपना पूरना रूप दिखने लगे जिसके लिए केवलारी जनपद पंचायत में जमकर माल कमाया था।
इनका कहना हैं।
जॉच में पता चला है। की रोजगार सहायक के विरुद्ध गलत आरोप लगाए गए है। उसके द्वारा कोई राशि नही निकली गई है।
विनोद मरावी
सीईओ जनपद पंचायत नैनपुर
सीईओ के द्वारा रोजगार सहायक से पैसा लेकर मामले को दबा दिया गया है। रोजगार सहायक गांव में सबको बता रहा है। की मैने सीईओ को पैसा दिया हूं । जिसके कारण मेरा कुछ नही हो सक्ता है।
जयपाल धुर्वे
शिकायतकर्ता
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