रेवांचल टाईम्स - मंडला जिले के अंतर्गत आने वाले विकास खंड नैनपुर को जिला बनाने का दावा किया और भूल गए विधायक जी के विकास के सारे दावे खोखले विकास एक वर्ग का किया अब हार के डर से हालत पतली
प्रदेश के मुख्यमंत्री जो विकास के दावे करते थक नही रहे है। वही विधान सभा में विधायको को हार डर सताने लगा है। कुछ विधायक अपनी विधान सभा में फीता कटाने और नारियल फोड़ने के अलावा कोई विकास नहीं किया है। पठार छेत्र की हालत सब से ज्यादा दयनीय और सबसे ज्यादा पलायन भी यही से होता है। मगर विधायक जी आज तक पलायन नही रोक पाए है।और कुछ एक गिने चुने लोगों का भला किया है।जिसकी कहानी उनके विधान सभा में चर्चित है। वही विशेष वर्ग भला किया और गरीबों की कोई सुध नहीं ली जिसके कारण आज नेता जी और बीजेपी को हार का डर सता रहा हैं। वही कांग्रेस भी कार्यकर्ता को एक जुट करने का दम भर रही है। देखना है।की कार्यकर्ता में कितना जोश ला पाती है यह भी बड़ा सवाल है इस चुनाव में स्थानीय मुद्दे हावी होंगे ये तय है परिसीमन भी विलुप्त हुई नैनपुर विधान सभा मंडला जिला की राजनीतिक गलियों में केंद्र बिंदु मानी जाती है वर्तमान बीजेपी विधायक देव सिंह सैयाम जो की मंत्री रह चुके है इस नैनपुर जनपद के झुलपुर निवासी है इसी विधान सभा के निवासी है अब बात करें चुनाव की तो दोनो दलों ने बूथ स्तर पर काम चालू कर दिया है ये सब के अपने अपने दावे प्रति दावे है पर विकास यात्रा में बीजेपी कार्य कर्ता की गैर मौजूदगी दर्ज कराई जा रही है बैठको में नाम मात्र के कार्य कर्ता की मौजूदगी से भी हल चल है हाल ये है की संख्या बल बढ़ाने के लिए मंडल स्तर के नेता अपने कर्म चारी को ला रहे है थाना तहसील हॉस्पिटल में भी लोगो को लाभ नही मिल रहा है। सघटन स्तर से लेकर के विधायक तक की मोन सहमति से जनता उदेलित है जैसा परिणाम शर्मनाक स्तर का बीजेपी को नगर पालिका परिषद नैनपुर के चुनाव में मिला वही रिजल्ट इस बार विधान सभा चुनाव में मिलने वाला है क्योंकि विकास नेता जी से कोशो दूर है। वही क्योंकि इनके रहते विकासखंड से सारे कार्यलय मंडला स्थानतरण हो गए विधानसभा खत्म हो गई।जोकि कुछ बचा हैं। उसमे भी नेता और अधिकारी पलीता लगा रहे है।मगर फिर भी विकास की गाथा गा रहे है।
बीजेपी के नेताओं ने ट्रेन के लिऐ आज तक नही की मांग और आंदोलन
मंडला विधानसभा में वर्तमान में प्रमुख मुद्दा है। ट्रेन है। वही जिले जिले 01 सासद और विधायक है। मगर आज तक ट्रेन के लिऐ कभी जोर नही लगाया जिसके कारण रेल्वे के अधिकारियों ने भी नेताओं की बात हल्के में ली और आज तक क्षेत्र की जनता को ट्रेन की सौगात नहीं मिल पाई है। उसके लिऐ ही बीजेपी कार्यकर्ता ही आंदोलन कर रहें है। वही नैनपुर नगर एक जागरूक नगर हैं। मगर विधायक सिर्फ फीता काटने और नारियल फोड़कर कागजों में विकास करने में ज्यादा भरोसा करते है। नैनपुर नगर में सीएम राइस स्कूल का निर्माण होना था। जिसके लिए राजस्व विभाग से भूमि का आबंटन नही मिल रहा है।और कुछ समय पहले नैनपुर और ग्रामीण खेल प्रतिभा को आगे बड़ने के लिऐ स्टेडियम का निर्माण होना था। मगर आज तक निर्माण नही हो सका और राशि शासन को वापस चली गई।वही जानकारी के अनुसार उपजेल का प्रस्ताव होना था।मगर भूमि आबंटन नही मिलने के कारण उप जेल का निर्माण नही हुए और विकास रुक गया है। मगर रोड नाली का फीता और नारियल फोड़कर और एक कुछ विशेष लोगों को फायदा पहुंचकर जनता और क्षेत्र का विकास हुए हैं। कहना शोभा नही देता है। वही पार्टी के कार्यकर्ता ही दबी जुबान में बगावत के सुर आलाप रहें हैं। और नेता जी के चाहते पत्रकार कागजों के विकास को अजय बता कर माल खीच रहे हैं। खैर जो भी हो नैनपुर नगर का विकास शून्य है। अगर जो दवा करते हैं। तो साबित भी नही कर पाएंगे की नैनपुर नगर को विकास की क्या सौगात मिली है। जोकि शून्य है।विधानसभा की मांग आज तक कोई उठाने वाला नहीं हैं। क्योंकि कुछ लोगों की राजनीति शून्य ना हो जाए इसलिए नैनपुर विधानसभा की कोई माग नही करते है।
नैनपुर को जिला बनाने का दावा किया और भूल गए विधायक जी
विधानसभा चुनाव में विधायक देव सिंह सैयाम ने जनता से नैनपुर को जिला बनाने का दावा किया था। मगर जैसे ही चुनाव जीता आज तक नैनपुर को जिला बनने की बात तक नहीं करते है। नेताजी वही जनता को झूठा भरोसा दिला चुनाव तो जीत लिया मगर वर्तमान समय माहौल अलग है। इस बार जिस नेता ने सपने दिखाए है। उनको वोट कैसे मिलेगा और जनता सबक देने वाली है।
वही सिविल हॉस्पिटल एंबुलेंस की अवस्कता थी मगर बीस साल से विधायक मंत्री रह चुके देव सिंह सैयाम ने नगर के सिविल अस्पताल को एक भी सौगात में एक एंबुलेंस नही दिलवा सकें। बीजेपी इस बार मंडला विधानसभा चुनाव में हार का सता रहा है।विधानसभा मंडला सीट डेंजर जोन में है।पहले ही बिछिया निवास पहले से कांग्रेस के पास है।जिला बीजेपी नगर बीजेपी की कार्य प्रणाली से कार्यकर्ता की अनदेखी की जा रही है। बीजेपी में समाजिक सरोकार और वजूद है। नगर नैनपुर में बीजेपी की यही हाल विधान सभा चुनाव में नगर बीजेपी और मंडला विधायक की कार्य प्रणाली को लेकर और जिला बीजेपी की मोन सहमति को लेकर होगी ये तय है अभी भी वक्त है बीजेपी दल चिंतन मनन करे नही तो परिणाम बदल भी सकते हैं।
इनका कहना हैं।
विधानसभा मंडला के विकास में विधायक के द्वारा कोई भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं किए गए हैं। जिसके कारण लगातार ग्रामीण पलायन करते हैं। विकास होता तो आज मंडला विधानसभा और नैनपुर जिला बन चुका होता महत्वकांचा की कमी के कारण विकास शून्य है।
दीपक शर्मा समाजसेवक नैनपुर
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