दैनिक रेवांचल टाईम्स - जिले के युवा मोर्चा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के द्वारा जिले में शिक्षा सुविधाए ना होने के चलते मंडला के छात्रों का भविष्य अधिकार में है वही जिले के सांसद और विधायक भी छात्रों के भविष्य को लेकर जागरूक नजर नहीं आ रहे हैं जिसकी मांगों को लेकर लगातार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और अन्य सामाजिक दल आवाज उठाते रहेंगे मगर जिले में दो सांसद और विधायक होने के बाद भी ऐसा कोई महाविद्यालय और शिक्षा संस्थान नहीं मिल सका जो कि छात्रों का भविष्य सुधार सकें जिसके चलते आज गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा के द्वारा 10 सूत्री मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा
ये रही गोडवाना गणतंत्र पार्टी की प्रमुख मांग
मेडीकल कॉलेज मण्डला स्वीकृत होने के उपरान्त भी निर्माण कार्य का शुरू न होना आदिवासी समाज के हित को देखते हुए निर्माण कार्य शुरू किया जाये। 2. गोंडी भाषा के लिये भवन एवं गोंडी भाषा का प्राथमिक स्तर पर अध्ययन कराया जाये। 3.रानी दुर्गावती स्नातकोत्तर महाविद्यालय मण्डला में रानी दुर्गावती की मूर्ति स्थापना, बीए.एल.एल. बी. पत्रकारिता पाठ्यक्रम एवं मण्डला जिले में स्नातक स्तर पर इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना किया जावे। तथा डॉ. राजेश चौरसिया (कॉलेज प्रभारी) का स्थानान्तरण अन्यत्र स्थान पर किया जावे। 4.मण्डला जिले के रेत / डोलामाईट खनन एवं बिक्री (ठेका) पेशा एक्ट के अनुसार किया जावे। 5.गौड कालीन संरक्षित किला, बावली को अतिक्रमण मुक्त किया जावे।
6.मण्डला बस स्टेण्ड के पीछे आदिवासी विकास परिषद की भूमि का अतिक्रमण हटाया जावे।
7.सी. एस. सी. मोहगांव में नसबन्दी के दौरान मृत्यु उपरान्त बच्चों को आवासीय विद्यालय में अध्ययन कराया जाये। 8. नगरपालिका मण्डला में सीवर लाईन कार्य में विभागीय अधिकारियों के द्वारा ठेकेदार को फायदा पंहुचाना एवं गुणवत्ता विहीन कार्य को रोका जाये।
9.बस्ती विकास योजना (ट्राईबल सब प्लान) का दुरूपयोग रोका जावे एवं उचित कार्यों में उपयोग
किया जावे।
10.अनुसूचित जनजाति के लिये परम्परागत उद्योगों की स्थापना किया जावे।
वही मांग पूरी नही होने पर होगा जल्द ही अनिश्चितकाल धरना
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के द्वारा उपरोक्त माँगें की जा रही हैं परन्तु आज दिनांक तक कोई सुनवाई नहीं की जा रही है अतः इन सभी माँगों का निराकरण 15 दिवस के अन्दर नहीं किया जाता है तो युवा मोर्चा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के द्वारा अनिश्चितकाल के लिये शान्ति रूप से धरना करने हेतु बाध्य होगा।
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