दैनिक रेवांचल टाइम्स : नारायणगंज विकासखंड मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूरी पर ग्राम कुम्हा मैं नर्मदा तट पर कुंबेश्वर घाट है, यहां पर बहुत ही सिद्ध नागा साधु का एक आश्रम भी मौजूद है एक विशेष तरीके से देखा जाए तो पूरे नारायणगंज तहसील में कुम्हा घाट का एक अपना ही अलग महत्व है , नर्मदा जयंती हो या फिर मकर संक्रांति का मेला यहां पर बहुत ही भव्य रुप से भरता है
लेकिन इस घाट पर ना ही महिलाओं के वस्त्र बदलने की कुछ व्यवस्थाएं और ना ही स्नान ध्यान करने के लिए घाट बनवाया गया है
जन प्रतिनिधि और नेता नहीं देते ध्यान, व्यवस्थाओं का आलम
अव्यवस्थाओं के इस अंबार पर ना ही कोई जनप्रतिनिधि और ना ही यहां ग्राम के सरपंच सचिव का ध्यान आकर्षित होता है शासन द्वारा कई जन कल्याण योजना चलाई जाती है लेकिन अपने महत्व को खोते हुए इस पावन घाट की तरफ किसी का ध्यान आकर्षित नहीं हो पाता है पर्यटन विभाग हो ग्राम पंचायत हो या यहां के सांसद विधायक कोई भी इस घाट की उद्धार के लिए आगे नहीं आ रहा सिर्फ चुनावी मौसम में सांसद ,विधायक, सरपंच यहां पर आते हैं और बड़ी-बड़ी घोषणाऐ कर कर वापस चले जाते हैं नेताओ के लिए यह स्थान सिर्फ एक वोट बैंक बनकर रह गया है
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