दैनिक रेवांचल टाइम्स - डिंडोरी बजाग- वन ग्राम चांडा से धुरकुटा को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री योजना की सडक कुछ ही सालो मे भ्रस्टाचार की भेट चढ़ गई भारी वाहनों की आवाजाही से कम समय मे पुरी सडक ही उधड़ गई है लगभग छह् वर्षो पूर्व निर्मित इस मार्ग के निर्माण मे जमकर कोताही वरती गई नतीजतन आज यहा सड़क मे डामर का नामो निशान तक मिट गया इस मार्ग को देखने मे लगता नहीं है की यहां कभी पक्की सडक का निर्माण भी हुआ था।आदिवासी अंचल के निर्माण कार्यो मे किस कदर भ्रस्टाचार किया जाता है यह सडक उसकी वानगी मात्र हैं वन ग्राम चांडा जो की वेगाचक का केंद्र विन्दु है जबकि यहां आये दिन बड़े अधिकारियो से लेकर जनप्रतिनिधियों का आना जाना वना रहता है पर ताज्जुव की वात यह है की इस खस्ता हाल मार्ग पर किसी ने गौर नहीं किया ,सडक पर गिट्टिया उखड़ चुकी है जिससे रहगीरो को चलना मुश्किल हो रहा हैं साथ ही इस गढ्ढे नुमा सडक पर बाइक सवार अनियंत्रित होकर कब दुर्घटना का शिकार हो जाये पता नहीं, उखड़े हुए मार्ग पर राहगीरो का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा हैं चांडा से धुरकुटा का सफऱ लगभग 12 किमी का है और इस दूरी को तय करने मे वाहन चालकों को मिनटो का सफर घंटो मे तय करना पड़ता हैं आदिवासी बाहुल्य वेगाचक वन ग्राम की आवादी का सफऱ इस मार्ग पर वेहद तकलीफो भरा हैं लोगो ने प्रसाशन से जल्द ही सडक सुधार की मांग की है।
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