रेवांचल टाईम्स - नगर उस समय सनसनी फैल गई जब झड़ियों में युवक के सिर पैर व हाथ कटी लाश मिली जानकारी के अनुसार पुलिस थाना खैरलॉजी अंतर्गत ग्राम चिचोली कन्हडग़ॉव निवासी 23 वर्षीय युवक दुर्गेश पिता मनोहरलाल दमाहे की सिर व हाथ कटी लाश पिंडकेपार नदी के किनारे बंजर जमीन पर झाडिय़ों में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई हैं। इस घटना की खबर मिलने के बाद घटना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई, वहीं पुलिस को खबर मिलने पर पुलिस थाना खैरलॉजी का पुलिस बल व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अरविन्द श्रीवास्तव तत्काल घटना स्थल पर पहुॅच गए और जॉच प्रारंभ कर दी हैं।जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत कन्हडग़ॉव के ग्राम चिचोली निवासी दुर्गेश पिता मनोहर लाल दमाहे 23 वर्ष लगभग 15 दिनों से घर से लापता था। जिसकी
रिपोर्ट उसके परिजनों द्वारा पुलिस थाना खैरलॉजी में दर्ज करवाई गई थी लेकिन पुलिस उसका पता नहीं लगा पाई थी।
चरवाहे ने देखा था लाश को
4 जनवरी की सुबह बकरी चराने वाले चरवाहे ने पिंडकेपार के पास से बहने वाली नदी के किनारे की झाडिय़ों में एक युवक की सिर, पैर व हाथ कटी
लाश देखी। जिसकी सूचना उसके द्वारा ग्रामीणों को देने पर घटना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और फिर खैरलॉजी पुलिस थाने में इस बात की
सूचना दी गई। इस दौरान मृतक के परिजन भी घटना स्थल पर पहुॅच गए थे।कपड़े व दस्तावेजों से पहचाना परिजनों ने ग्रामीणों की सूचना के बाद खैरलॉजी पुलिस घटना स्थल पर पहुॅची और शव का पंचनामा बनाने के बाद उस युवक के कटे हुए सिर, एक पैर व एक हाथ की खोजबीन की गई। लेकिन घटना स्थल के आसपास उक्त मृतक युवक के सिर, हाथ व
पैर नहीं मिल पाए। उसके बदन की शर्ट भी उतरी हुई थी। पुलिस को घटना स्थल के पास से दो शराब की कॉच की छोटी बोतल, पानी के पाऊच, मृतक की चप्पल के जोड़े और पॉकेट में पर्स मिला। मृतक के परिजनों ने उसके कपड़े व जेब के पर्स में निकले आधार कार्ड व अन्य दस्तावेजों के आधार पर उसकी पहचान की।
अंगों को ढूॅढने नहीं ली गई डॉग स्काट की मदद
बताया जाता हैं कि इस सनसनीखेज घटना की जॉच के लिए बालाघाट से एफएसएल की टीम आई, लेकिन उसके द्वारा कुछ विशेष ना करते हुए सिर्फ
पंचनामा कार्यवाही के कागज की फोटो खींच कर ले जा ली गई। यही नहीं मृतक के परिजनों के अनुरोध के बावजूद भी पुलिस अधिकारियों ने डॉग स्कॉट की टीम को मृतक के शरीर के कटे हुए अंगों की खोजबीन व अन्य बातों का पता लगाने
के लिए नहीं बुलवाया गया।
स्थल पर परिजनों के बयान भी नहीं लिए गए
सूत्रों के अनुसार इस दौरान मृतक के परिजन ग्राम लड़सड़ा निवासी एक युवक पर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाते रहे और उनका बयान पहले लेने के
बाद ही शव को उठाने की बात करते रहे, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने परिजनों की एक भी नहीं सुनी और शव को ट्रेक्टर में उठवा कर खैरलॉजी स्थित
पोस्टमार्टम गृह ला लिया गया।
अंग गायब होने से चिकित्सकों ने नहीं किया पोस्टमार्टम, जबलपुर में होगा पी एम
बताया जाता हैं कि पोस्टमार्टम के दौरान जब मृतक दुर्गेश का सिर, एक हाथ व एक पैर कटे होने के साथ ही उसके शरीर के अंदर के अन्य अंगों के भी
गायब होने की जानकारी चिकित्सकों को लगी, तो उन्होंने पोस्टमार्टम करने में असमर्थता व्यक्त कर दी। जिसके बाद मृतक के शव को जबलपुर ले जाकर उसका पोस्टमार्टम करवाने की बात कही जा रही हैं। जिसमें मृतक के शव के साथ खैरलॉजी चिकित्सालय से एक चिकित्सक व उसके परिजन भी साथ में जायेगे।
लड़सड़ा मेले में मृतक को मिला था मोबाईल
इस मामले में मृतक के बड़े भाई गौरीशंकर दमाहे ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि युवक दुर्गेश 13 दिसम्बर को ग्राम लड़सड़ा में मेले में गया था। जहॉ पर उसे एक मोबाईल मिला था। जिसकी जानकारी उसने घर लौट कर दी थी। फिर 19 दिसम्बर को ग्राम लड़सड़ा निवासी डेविड उपवंशी मृतक युवक
की फोटो लेकर ग्राम चिचोली आया और ग्राम में लोगों से पूछने के बाद वह मृतक युवक के घर गया था। जहॉ उन्होंने मृतक के परिजनों से मोबाईल व अन्य
सामान चोरी की बात बताकर युवक से मोबाईल वापस दिलाने और चोरी करने वाले का नाम बताने की बात कही थी।
लड़सड़ा निवासी डेविड उपवंशी घर आया था मोबाईल के लिए
गौरी दमाहे ने बताया कि दुर्गेश के घर में नहीं होने के कारण परिजन मोबाईल वापस करने में असमर्थ रहे। इसके बाद जब दुर्गेश घर पहुॅचा, तो उन्होंने उसे डेविड के आने की जानकारी दी। उसके बाद दूसरे दिन से ही
दुर्गेश अचानक गायब हो गया। जिसकी सूचना उन्होंने खैरलॉजी पुलिस थाने में लिखवाई थी। लेकिन पुलिस उसका पता नहीं लगा पाई और 4 जनवरी की सुबह उसका शव चंदन नदी के तट पर ग्राम पिंडकेपार की ओर झाडिय़ों में सिर, हाथ व पैर कटा हुआ मिला हैं।
डेविड पर हत्या करने का किया संदेह व्यक्त
इस पूरे मामले में मृतक दुर्गेश के बड़े भाई गौरीशंकर दमाहे ने ग्राम लड़सड़ा के युवक डेविड उपवंशी द्वारा दुर्गेश की हत्या करने की आशंका व्यक्त की हैं। लेकिन अभी तक पुलिस ने उनकी बातों पर कोई ध्यान
नहीं दिया हैं।
एसडीओपी ने कुछ भी कहने से किया इंकार
इस घटना के संबंध में जब अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अरविंद श्रीवास्तव से जानकारी चाही गई, तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहने की बात कही हैं।
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