रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता खुद ही निर्माणाधीन कार्य बखान कर रहे है क्योंकि इस जिले में सब ने कसम खा लिया है सब देखते रहगें पर पर कुछ न करेगे न ही कुछ बोलेंगे और जो काम हो रहा है वो सरकारी है हमारा क्या हैं।
वही नैनपुर नगर और रेल्वे विभाग के ठेकेदारों के लिए लूट और आराम गाह बन चुका हैं। जहां रेलवे ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्यों पर भ्रष्टाचार चरम सीमा में है। चाहे वो बिल्डिंग वर्क हो, रोड का काम हो या नाली में पुलिया बनाने का काम हो मौके पर देखने में जाहिर हो जाता है,पर रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी कमीशन के चक्कर में देखने नही आते हैं। और मौके पर निर्माण कार्य को गुणवत्ता की मिशाल पेश करते है। वही विभाग के जानकर बताते हैं। की जे.ई का हिस्सा हर निर्माण कार्य में होता हैं। मामला है सिवनी मंडला मुख्य मार्ग से होकर वार्ड नंबर 8, 9, यार्ड को जाने वाली सड़क पर बनने वाली पुलिया का है। जिसको काम करने वाले मिस्त्री और लेबर के द्वारा मौके बताया गया की गुड्डरु के ठेकेदार के द्वारा पुलिया बनाई गई है। ठेकेदार ने पुलिया तो बना दी पर उसकी तराई नही की गई जिस कारण पुलिया टूटने लगी ईंट गिरने लगे और ठेकादार द्वारा उसी में थूक पालिश कर प्लास्टर कर दिया गया हैं।वही रेल्वे के अधिकारी मौके में जाकर कोई निरीक्षण करते हैं। जिसके कारण रेल्वे और उसके ठेकेदारों के हौसले बुलंद हैं। वार्ड की जनता चाहती है। पुलिया में तराई कराएं।
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