मंडला 17 जनवरी 2023
निरक्षरता से आजादी अभियान मंडला जिले की पहचान बन गया है।
इस अभियान के तहत निरक्षर बुजुर्गों, महिलाओं एवं
व्यक्तियों को गांव के पढ़े-लिखे लोगों द्वारा अक्षरज्ञान सिखाया जा रहा है। ग्राम
स्तर पर सामाजिक चेतना केन्द्र में इन निरक्षर व्यक्तियों की कक्षाएं लगती हैं
जिसमें स्वेच्छा से ज्ञानदान करने वाले अक्षरसाथी निरक्षर लोगों को पढ़ाते हैं।
मंडला में यह अभियान नित नए सोपान गढ़ रहा है। इस अभियान के सुखद परिणाम दिखाई दे
रहे हैं। पहले जहां निरक्षर व्यक्ति मनरेगा, बैंक के कार्य एवं अन्य जरूरी स्थानों पर अपना अंगूठा लगाते थे। निरक्षरता से
आजादी अभियान ने उन्हें अब नाम लिखना सिखा दिया है। साक्षर हुए व्यक्ति, बुजुर्ग एवं महिलाएं अब मनरेगा के कार्यों में नाम लिख रहे हैं। साथ ही बैंकों
के कार्यों में भी हस्ताक्षर कर रहे हैं।
अभियान के अंतर्गत नवसाक्षर हुए व्यक्तियों ने विगत वर्ष
हुए पंचायत एवं नगरीय निकायों के निर्वाचन में भी अंगूठे का निशान नहीं लगाया
बल्कि अपना नाम लिखा। यह अभियान अब मंडला जिले के साथ-साथ प्रदेश स्तर पर भी सराहा
जा रहा है। कलेक्टर हर्षिका सिंह के निर्देशन में अक्षरज्ञान से छूटे हुए लोगांे
का पुनः सर्वे कराया जा रहा है जिसमें छूटे हुए निरक्षरों की पुनः कक्षाएं आयोजित
होगी या उनके घर पर भी जाकर अक्षरज्ञान सिखाते हुए उन्हें साक्षर बनाया जाएगा। इस
कार्यक्रम में साक्षर महिलाओं, विद्यार्थियों एवं
समाजसेवियों ने भी स्वेच्छा से सक्रिय योगदान दिया है।
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