समग्र शिक्षा अभियान अन्तर्गत कैरियर
मार्गदर्शन व परामर्श कार्यशाला संपन्न
मंडला 24 दिसम्बर 2022
समग्र शिक्षा अभियान अन्तर्गत कैरियर मार्गदर्शन व परामर्श
कार्यशाला के समापन अवसर पर कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि शिक्षक अपने
विद्यार्थियों की भविष्य निर्धारण में सहयोगी बनें। कक्षा 10 से 12 तक का समय अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
शिक्षकों का दायित्व है कि वे अपने विद्यार्थियों को भविष्य की संभावनाओं से अवगत
कराएं। उन्होंने शिक्षकों का आव्हान किया कि वे विद्यार्थियों को केवल उत्तीर्ण
कराने का नहीं अपितु उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लें।
कलेक्टर ने कहा कि शिक्षक सह काउंसलर विद्यार्थियों के मन
में अभी से लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित करें तथा उसके लिए समुचित
मार्गदर्शन भी प्रदान करें। श्रीमती सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले
ज्यादातर बच्चे 12वी
कक्षा तक अपने लक्ष्य का निर्धारण नहीं करते। हमें सम्मिलित प्रयास कर
विद्यार्थियों को राह दिखाना है। इस प्रशिक्षण का लाभ बच्चों को मिलना चाहिए।
कलेक्टर ने कहा कि साइंस और कला के आत्मविश्वास के स्तर में भी अंतर दिखता है।
कलासंकाय के विद्यार्थी भविष्य को लेकर अनिश्चितता की स्थिति में रहते हैं।
कलासंकाय के विद्यार्थियों के लिए भी बहुत संभावनाएं हैं। आवश्यकता है उन्हें
समुचित जानकारी उपलब्ध कराने की। श्रीमती सिंह ने अपने संबोधन में शिक्षा के
क्षेत्र में जिले में किए जा रहे नवाचारों की भी जानकारी दी। इस अवसर पर जिला
शिक्षा अधिकारी सुनीता बर्वे, एपीसी मुकेश पांडे सहित संबंधित उपस्थित रहे।
कार्यशाला में नोडल प्राचार्य सुभाष चतुर्वेदी, जिला केरियर काउंसलर व मास्टर
ट्रेनर अखिलेश उपाध्याय, सनातन
सैनी,
कृति सिंघई
द्वारा केरियर काउंसलिंग सहित अन्य विषयों पर जानकारी दी गई।
लक्ष्य क्या है, कॉपी के प्रथम पेज में लिखाएं
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने शिक्षक सह केरियर काउंसलर्स को
संबोधित करते हुए कहा कि हाईस्कूल एवं हायरसेकेंडरी स्कूलों में अध्ययनरत
विद्यार्थियों को जीवन के लिए विकल्प बतलाएं। छात्र-छात्राएं जीवन में क्या बनना
चाहते हैं यह उनकी कॉपी के प्रथम पेज पर लिखवाएं तथा प्रतिदिन पढ़ाई प्रारंभ करने
के पूर्व संकल्प को पढ़वाएं। यह प्रयास बच्चों को मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पदस्थ एसडीएम, इंजीनियर, डॉक्टर, अधिवक्ता सहित अन्य लोगों को आमंत्रित कर
विद्यार्थियों से मुलाकात कराएं। उन्होंने केरियर काउंसलिंग को प्रभावी बनाने के
भी निर्देश दिए।
उत्तीर्ण विद्यार्थियों का फॉलोअप करें
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि विद्यालय से 12वी उत्तीर्ण करने वाले
विद्यार्थियों का संबंधित शिक्षक फॉलोअप करें। जो छात्र-छात्राएं कॉलेजों में
प्रवेश नहीं लेते उनसे संपर्क कर उन्हें आगे की शिक्षा जारी रखने के लिए प्रेरित
करें। आर्थिक कारणों से किसी भी बच्चे की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। शासन द्वारा
बहुत सी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे
विद्यार्थी तथा उनके परिवारजनों को योजनाओं की जानकारी देते हुए उनकी प्रभावी
काउंसलिंग करें।
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