रेवांचल टाइम्स- जिला मण्डला के विकासखंड बीजाडांडी अंतर्गत वन ग्राम करौंदी में आत्मा योजनान्तर्गत प्राकृतिक खेती में पंजीकृत एवम गैर पंजीकृत कृषकों की उपस्थिति में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन उपसंचालक कृषि मधु अली एवम परियोजना संचालक आत्मा आर डी जाटव, अनुविभागीय कृषि अधिकारी डी के बारस्कर के मार्गदर्शन में बी टी एम मोहित गोल्हानी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी कु .स्वेता डेहरिया द्वारा कृषको को रबी फसलों में किस प्रकार से किसान भाई बीजों को उपचारित करे प्राकतिक रूप से देशी गाय का गोबर 5 किलो, गौमूत्र 5 लीटर बुझा हुआ चुना 250 ग्राम, पानी 20 लीटर मात्रा एक पात्र में लेकर 24 घण्टे पहले सभी सामग्री को अच्छी तरह मिला कर रखे दूसरे दिन बुआई के 2 घण्टे पहले 100 किलो बीज में अच्छी तरह से मिलाकर बोआई करे बीजामृत का प्रयोग करने से बीज जनित एवम मृदा जनित रोगों से बचाव होता है साथ ही बीज की अंकुरण क्षमता बढ़ जाती है।
साथ ही कृषको को रासायनिक खाद के दुष्परिणाम बताये गए अपनी मृदा की सेहत और स्वास्थ्य सुधारने के लिए प्राकृतिक खेती करे आधा एकड़ में या 1 एकड़ में करे जीवामृत का प्रयोग 3-4 बार करे ।
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