मण्डला 4 अक्टूबर 2022
सहायक संचालक मत्स्योद्योग ने बताया कि भारत सरकार द्वारा
मत्स्य पालन के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना प्रारंभ की गई है। इसका मुख्य
उद्देश्य मछली उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि, गुणवत्ता तकनीकी आधारभूत संरचना एवं प्रबंधन के अंतर को कम करना, मूल्य श्रंखला का आधुनिकीकरण एवं सुदृढीकरण करना, मत्स्य पालन प्रबंधन ढांचा की स्थापना तथा मछुआरों एवं मत्स्य कृषकों की आय को
बढ़ाना है।
इस योजना में विभिन्न योजनाएं जिसमें मत्स्य बीज उत्पादन
हेतु बीज उत्पादन हैचरी की स्थापना, नवीन मत्स्यबीज संवर्धन
हेतु पोखर, तालाब का निर्माण, नवीन तालाब का
निर्माण, मिश्रित मत्स्य पालन, पंगेशियस मछली पालन, तिलापिया मछली पालन हेतु
इनपुटस की व्यवस्था, जलाशय में मत्स्य अगुलिकाओं का
संचयन रंगीन मछलियों की ब्रेडिंग एवं रियरिंग के लिए इकाई की स्थापना, पुनः संचारी जल कृषि प्रणाली (आर.ए.एस.) की स्थापना, बायोफ्लोक की स्थापना, आईस बॉक्स युक्त मोटर
साईकिल, साईकिल, मछली बिक्री हेतु ई-रिक्शा
रेफ्रीजरेटर ट्रक, जलाशय में केज, पेन स्थापना, फिश फीड मील प्लांट, मछली क्योस्क का निर्माण, आईस प्लांट स्थापना
इत्यादि शामिल हैं। उक्त योजना में अनुसूचित जन जाति, अनुसूचित जाति एवं महिला वर्ग के हितग्राहियों को इकाई लागत का 60 प्रतिशत एवं सामान्य वर्ग तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के हितग्राहियों को 40 प्रतिशत अनुदान मिलेगा।
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