हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी और गणेश विसर्जन का विशेष महत्व है. कहते हैं कि गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी 10 दिनों के लिए अपने भाई कार्तिकेय के घर आए थे और फिर 10 दिन बाद वहां रहने के बाद विदा हो गए. तभी से गणेश चतुर्थी और गणेश विसर्जन मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के 14वें दिन गणेश विसर्जन किया जाता है जिसे अनंत चतुर्दशी (Ganesh Visarjan 2022 Shubh Muhurat) कहा जाता है. जो कि आज यानि 9 सितंबर को मनाई जा रहा है.
गणेश विसर्जन 2022 का शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी के दिन घरों में भगवान गणेश जी की स्थापना की जाती है और यह स्थापना डेढ़ दिन, 3, 5, 7 या 10 दिनों के लिए होती है. इसके बाद गणेश जी का विसर्जन किया जाता है. यह विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के 14वें दिन चतुर्दशी होती है और इसे अनंत चतुर्दशी कहते हैं. इसी दिन गणेश विसर्जन भी किया जाता है. जो कि आज यानि 9 सितंबर को है.
गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त 9 सितंबर को सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 1 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में गणपति का विसर्जन शुभ व लाभदायक होता है. विजर्सन के दौरान प्रार्थना की जाती है कि गणपति हमारे घर पर हमेशा आशीर्वाद बनाए रखें और अगले साल फिर पधारें.
गणपति विसर्जन के नियम
अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन किया जाता है और साथ ही यह भी कहा जाता है कि भगवान आप अगले साल फिर से आना और अपनी कृपा बरसाना. इसके बाद उन्हें विसर्जित कर दिया जाता है. विसर्जन से पहले उनका विधि-विधान से पूजन किया जाता है और धूप-दीप प्रजव्वलित करते हैं. विसर्जन से पहले गणेश जी के समक्ष हाथ जोड़कर अपनी गलतियां के क्षमा याचना अवश्य करें.
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