मण्डला 6 अगस्त 2022
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य
केंद्रों में उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों के सेम्पल अब सामुदायिक स्वास्थ्य
केंद्र भेजे जाएंगे। चिकित्सक मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सिविल अस्पताल या जिला अस्पताल में रिफर नहीं कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि
पैथोलॉजी जांच सुविधाएं, सुनिश्चित करने के लिए
शासन ने सरकारी अस्पतालों को हब एंड स्पोक मॉडल के रूप में विकसित किया गया है।
प्रदेश भर में 324 स्वास्थ्य संस्थाओं को हब तथा एक हजार 610 संस्थाओं को स्पोक के रूप में विकसित किया है। इस हेतु निजी कंपनी से अनुबंध
किया गया है। इस तरह हब पर कुल 45 तरह की पैथोलॉजी जांच
सुविधा मरीजों को मिलने लगेंगी जिसमें से 34 जांचें मशीनों से तथा 11 रैपिड टेस्ट किट से की
जाएंगी।
इसी तरह सिविल अस्पतालों में 52 तथा जिला अस्पताल स्तर पर
101 तरह की पैथोलॉजी जांच सुविधा का लाभ मरीजों को मिल सकेगी।
कंपनी द्वारा हब यानि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व सिविल अस्पतालों में
पैथोलॉजी जांचों के लिए आवश्यक मशीनों की स्थापना की जा रही है। मरीजों को
प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सिविल अस्पताल स्तर पर हार्मोन व हृदय
रोग से संबंधित पैथोलॉजी जांचों की सुविधा मिल सकेगी। चिकित्सा अधिकारी द्वारा
मरीजों का परीक्षण कर आवश्यकतानुसार जांचों की सलाह दी जाएगी। स्पोक पर पदस्थ लैब
टेक्नीशियन, स्टॉफ नर्स द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार सैंपल लिए
जाएंगे। 11 तरह की जांचें रैपिड डायग्नोस्टिक किट द्वारा की जाएंगी। 34 तरह की जांचों के लिए सैंपल लिया जाएगा। सैंपल ट्रांसपोर्टेशन पर्सन द्वारा
उक्त सैंपल जांच के लिए हब पर पहुंचाया जाएगा।
No comments:
Post a Comment