रेवांचल टाईम्स - बालाघाट, जिले के आदिवासी नक्सली तहसील बिरसा अंतर्गत आने वाले ग्राम माटे में एक शिक्षक अपनी पत्नी और दो नाबालिक बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट करने के बाद भी आज दिनांक तक पुलिस द्वारा पता नहीं लगाया पाई है, वहीं कुछ लोगों के नं. की जानकारी भी दी गई है और कार्यवाही ना होने के कारण पीडि़त शिक्षक के द्वारा बिरसा थाना, एसडीएम कार्यालय बैहर व अन्य अधिकारियों को कर चुका है जिससे परेशान होकर शिक्षक ने मंगलवार जनसुनवाई में पहुंचकर जिला कलेक्टर से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द मामले में कार्यवाही की जाए।
वही मामले में आगे जानकारी देते हुए पीडि़त शिक्षक मानिकलाल बघेल ने बताया कि 10 जून की यह घटना जब वह चुनाव कार्य करने के बाद घर गया तो घर में उसका परिवार नहीं था, जिसकी खोजबीन की गई लेकिन कहीं भी उनका पता नहीं लग पाया जिसके बाद घर के पास एक सफेद रंग की बुलेरो कार खड़ी थी जिसमें 4 लोग थे जो अपना मुह बांधे हुए थे और 13 जून को थाना बिरसा में गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई और घर में एक मोबाइल था जिसमें चार लोगों का नं. था जिसकी जानकारी पुन: बिरसा पुलिस को देना चाही गई तो शिकायत लिखने से इंकार कर दिया, वही एस.डी.ओ.पी. बैहर एवं एड.एस.पी. बैहर तथा एस.डी.एम बैहर को एक लिखित शिकायत किया गया तथा सी.एम. हेल्प लाईन में भी शिकायत की गई है लेकिन आज दिनांक तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे परेशान होकर पीडि़त ने आज जनसुनवाई में पहुंचकर जिला कलेक्टर से गुहार लगाई है।
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