रेवांचल टाईम्स–एनएचएआई और मीनाक्षी कंपनी की लापरवाही का खामियाजा छपारा नगर के 4 कालोनियों में रहने वालों को भुगतना पड़ा हैं। दरअसल सोमवार शाम से रात्रि 8 बजे तक मूसलाधार बारिश के चलते नगर के फोरलेन बाईपास का पानी अत्यंत तेज बहाव के साथ 4 कालोनियों में अचानक भर गया।
उल्लेखनीय है कि छपारा नगर के फोरलेन बाईपास से बरसात के समय प्रतिवर्ष तीन से चार कालोनियों में घुटने घुटने तक पानी भर जाता हैं। इस समस्या से कॉलोनी वासियों को हर वर्ष जूझना पड़ता हैं। कई बार मौखिक और लिखित शिकायत करने के बाद भी ना तो स्थानीय प्रशासन ने इसकी सुध लेना उचित समझा है और ना ही जिला प्रशासन ने इस समस्या की ओर कोई ध्यान दिया हैं। वहीं एनएचएआई के जिम्मेदार अधिकारी और मीनाक्षी कंपनी के नुमाइंदे भी इस समस्या को सुधार करने की बजाय पूरा ठीकरा स्थानीय प्रशासन पर फोड़ रहे हैं।
## फोरलेन से लगे नाले पर मेंटेनेंस करें तो सुलझ सकती है समस्या ##
बता दें कि छपारा नगर की महाराणा प्रताप, चौरसिया कॉलोनी, हनुमान कॉलोनी, हाईवे कॉलोनी और जामा मस्जिद सहित फरेश कॉलोनी में नगर से लगे बाईपास फोरलेन और पहाड़ी का पानी अत्यंत तेज प्रवाह के साथ बायपास के नीचे बसी उक्त कालोनियों में भर जाता हैं। अगर एनएचएआई और मीनाक्षी कंपनी के जिम्मेदारों के द्वारा फोरलेन बाईपास से लगे नाले पर मेंटेनेंस के साथ-साथ नाले की खुदाई पोकलैंड और जेसीबी मशीन से कराई जा कर उसे सीधे बैनगंगा नदी तक जोड़ दिया जाए तो यह समस्या स्थाई रूप से हल हो सकती हैं। सोमवार को उक्त कालोनियों में 2 से 3 फीट तक पानी भरे होने के चलते यहां के रहवासियों की खाने-पीने की सामग्री भी पूरी तरह खराब हो गई और उनका रहना भी दुश्वार हो गया हैं। बारिश रुकने के बाद छपारा नगर परिषद के सीएमओ उक्त कालोनियों के निरीक्षण पर पहुंचे हैं। यहां के रहवासियों ने इस पूरी समस्या के मूल कारण पर भी उनका ध्यानाकर्षण कराया हैं।
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