रेवांचल टाईम्स - मंडला नैनपुर सिवनी छिंदवाड़ा ब्रॉड गेज लाइन बंद कर पूरी तरह से तैयार है और जनता दक्षिण मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी तरफ नजरें लगाकर देख रही है कि जल्द कब इस ट्रैक पर ट्रेन का संचालन हो पाएगा लंबे समय से इस परियोजना कि पूर्ण होने का इंतजार इस क्षेत्र की जनता कर रही है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट रेल परियोजना के पूरे हुए तीन माह हो चुके हैं, लेकिन अब तक ट्रेन परिचालन को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है। जबकि रेलवे से जुड़े जानकारों की मानें तो नियमानुसार सीआरएस से अनुमति मिलने के बाद छह माह के अंदर यात्री ट्रेन चलानी पड़ती है। किसी कारणवश निर्धारित अवधि में ट्रेन नहीं चली तो फिर से सीआरएस कराना होगा।अगर ऐसा हुआ तो लोगों को लगभग एक साल ट्रेन सुविधा मिलने का इंतजार करना होगा। गौरतलब है कि बीते 13 मार्च को सीआरएस ने छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट रेल परियोजना का अंतिम खंड चौरई से भोमा 54 किमी रेलमार्ग को अप्रुव किया था। तब से ही लोग नैनपुर से सिवनी, छिंदवाड़ा तक ट्रेन सुविधा का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि नैनपुर, सिवनी से छिंदवाड़ा एवं आसपास का क्षेत्र दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आता है। लगभग छह वर्ष पहले तक इस क्षेत्र में नैरोगेज ट्रेन का परिचालन होता था। इसके बाद नैरोगेज ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया गया। ब्राडगेज के लिए चरणबद्घ कार्य शुरु हुआ। तीन माह पहले परियोजना पूरी होने के बाद भी ट्रेन का परिचालन शुरु नहीं हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2015 में गेज कन्वर्जन कार्य शुरु हुआ। वर्षों से हम ट्रेन सुविधा का इंतजार कर रहे हैं। अब जबकि बढ़ी रेल लाइन का कार्य पूरा हो चुका है तो रेलवे को जल्द से जल्द ट्रेन चलानी चाहिए।
विद्युत कार्य में लगेगा समयः
भविष्य में रेलवे की योजना है कि हर जगह विद्युत इंजन से ही ट्रेन का परिचालन हो। जबकि अभी नैनपुर से छिंदवाड़ा के बीच विद्युत कार्य चल रहा है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारी सभी खंड में विद्युत कार्य पूरा होने के बाद ही छिंदवाड़ा से जबलपुर तक ट्रेन चलाने के मूड में है। हालांकि विद्युत कार्य पूरा होने में अभी समय लगेगा। जबकि नियम के अनुसार सितंबर 2022 तक यात्री ट्रेन चलानी ही होगी। ऐसा न करने पर दोबारा सीआरएस कराना पडेगा।
स्पीड ट्रायल से जगी है उम्मीदः
बताते चले कि गत 9 जून को नागपुर से आए वरिष्ठ रेल अधिकारियों की उपस्थिति में डीजल इंजन से छिंदवाड़ा से नैनपुर 140 किमी रेलमार्ग तक अधिकतम 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल किया गया था। अधिकारियों को ट्रैक पर कोई कमी नहीं मिली है। हालांकि स्पीड ट्रायल कराने के पीछे अभी मुख्य वजह सामने नहीं आई है। लोगों को एक बार फिर से जल्द ट्रेन सुविधा की उम्मीद जग गई है।
बढ़ जाएगी व्यापारिक गतिविधियां:
छिंदवाड़ा, चौरई, सिवनी, भोमा, नैनपुर होते हुए जबलपुर तक रेलमार्ग की कुल दूरी 250 किमी है। जबलपुर पहुंचने के लिए लोगों को बस एवं निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। लोगों ने बताया है कि अब तक महंगा किराया देना उनकी मजबूरी थी, लेकिन अब जबकि रेलमार्ग का कार्य पूरा हो चुका है तो उन्हें सुविधा मिलनी चाहिए। छिंदवाड़ा से नैनपुर होते हुए जबलपुर तक ट्रेन सुविधा बहाल हो जाने से जिलेवासियों एवं आसपास के लोगों को लाभ पहुंचेगा।
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