रेवांचल टाईम्स - चौरई छेत्र के ग्राम माचीबड़ा निवासी पर्वतारोही नीरज डेहरिया को मेहरा डेहरिया समाज के पदाधिकारियों ने चौरई मेहरा डेहरिया समाज के अध्यक्ष ललित डेहरिया के निजी कार्यलय में शॉल श्रीफल से सम्मानित किया। उक्त अवसर पर पर्वतारोही नीरज ने बताया कि वह 2019 से माउंटिंग की तैयारी स्वंय से कर रहे थे। जिसके चलते अरूणाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी गोरिचिन की फतह हासिल की नीरज ने बताया कि पूरे देश से 84 पर्वतारोही गोरिचिन पहुंचे थे जिसमें से 51 पर्वतारोही को मौका मिला था। मध्यप्रदेश से एकलौते व्यक्ति नीरज ने गोरिचिन 5 हजार 5 सौ मीटर की चोटी फ़तह की।नीरज 26 अप्रैल को छिंदवाड़ा से निकले थे । और 14 मई को वापस लौटे। इस दौरान 28 दिन में उन्होंने 700 सौ किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ा। अरूणांचल प्रदेश के वेस्ट कामंग जिला के दिरांग गांव से चोटी प्रारंभ होती हैं। चढ़ाई के दौरान ऑक्सीजन की कमी होने लगती है जिससे डिहाड्रेशन बी पी कम ज्यादा होने की परेशानियों से जूझना पडता चढ़ाई के दौरान उन्हें की परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
नीरज ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया आगामी कुछ समय बाद माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई के लिए खुद को तैयार करँगे। वह तैयारी के चलते दिन में कई बार 130 किलोमीटर तक कि साइकलिंग एक दिन में कर लेते हैं। सुबह भी 2 से 3 घण्टे ग्राउंड में देते हैं। नीरज डेहरिया की सफलता के लिये चौरई में उनका सम्मान किया गया उक्त अवसर पर मुख्य रूप से ललित डेहरिया, जयविन्द डेहरिया, भवानी प्रसाद डेहरिया, रामकुमार डेहरिया, सुरेश डेहरिया देवरी, सुनिल डेहरिया बाड़ीबाड़ा,पन्ना डेहरिया सहित नगर के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment