रेवांचल टाइम्स:मध्यप्रदेश में अब पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है. प्रेस की फ्रीडम धीरे-धीरे खत्म होते जा रही है. पत्रकारों के साथ खुलेआम मारपीट की जा रही है. थाने में नंगा कर पत्रकारों को पीटा जा रहा है. दूसरों की आवाज उठाने वाले पत्रकारों की आवाज को ही कूचला जा रहा है. काले कारनामों को उजागर कर जानलेवा हमला किया जा रहा है. सीधी जिले के बाद टीकमगढ़ जिले में कवरेज करने गए 5 पत्रकारों पर हमला हुआ है. शराब माफिया ने पत्रकारों की पिटाई की है.
दरअसल टीकमगढ़ जिले के पलेरा थाना क्षेत्र के बूदोर गांव में अवैध तरीके से शराब बिक्री की सूचना मिली थी. पुलिस तो शराब माफिया के खिलाफ शायद कुछ कर नहीं रही थी. जिसकी सच्चाई मीडिया ने उजागर करने की कोशिश की. पत्रकार रूपेश जैन, डीपी राजपूत, परशुराम अहिरवार, लोकेन्द्र सिंह और नीरज देशमुख बूदोर गांव में पहुंचे. जहां शराब माफिया के गुर्गों ने कवरेज के दौरान पत्रकारों की कार को रोक लिया. वो कुछ कह पाते उससे पहले ही पत्रकारों की पिटाई करनी शुरू कर दी. मारपीट की पूरी घटना कैमरे में भी कैद हुई है.
पत्रकार रूपेश जैन की बेरहमी से पिटाई की गई. उन पर जानलेवा हमला किया गया. इस हमले में पत्रकार रूपेश जैन को गंभीर चोटें आई हैं. शराब माफिया मारपीट करते हुए उनका मोबाइल, सोने की चेन सहित अन्य समान छीन लिए. पत्रकार को बंधक बनाकर जमकर मारपीट की. फिर अपनी गाडी में डालकर उसे पलेरा पुलिस थाने के पास छोड़कर भाग गए. इससे समझा जा सकता है कि माफिया को पुलिस का तनिक भी भय नहीं है. वो खुलेआम मारपीट करते हैं और पुलिस के सामने ही छोड़कर फरार हो जाते हैं. पुलिस उनका कुछ नहीं कर पाती है.
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