रेवांचल टाइम्स: प्रत्येक वर्ष चैत्र माह के पुर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती मनाया जाता है. इस बार हनुमान जयंती 16 अप्रैल को मनाई जाएगी. ऐसा माना जाता है कि राम भक्त अंजनी पुत्र हनुमान जी का जन्म आज के दिन ही हुआ था. इस दिन जो भक्त सच्चे भाव से हनुमान जी की पूजा करते हैं, उन्हें मनवाछिंत फल मिलता है. कभी-कभी हम सोचते हैं कि हनुमान जी की पूजा करने के बाद भी सकारात्मक परिणाम नहीं मिलते बल्कि उसका अशुभ फल मिलता है. जिसके पीछे की वजह है कि हनुमान जी के पूजा में हमसे जाने-अनजाने में कोई भूल हुई है. आइए जानते हैं वो कौन-सी गलती है जिसकी वजह से हनुमान जी के पूजा का फल नहीं मिलता, बल्कि उसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ जाता है.
हनुमान जी की पूजा में न करें ये गलती
1. हनुमान जयंती के दिन भक्त हनुमान जी की पूजा करते हैं, अगर आप काले या सफेद रंग के कपड़े पहनकर हनुमान जी की पूजा करते हैं तो आपकी पूजा सफल नहीं होती है, बल्कि उसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
2. हनुमान जयंती के दिन अगर आप व्रत रहते हैं तो नमक का सेवन बिल्कुल न करें.
3. अगर आपको क्रोध या गुस्सा आ रहा है तो हनुमान जी की पूजा न करें.
4. हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की पूजा में चरणामृत का प्रयोग बिल्कुल न करें.
5. हनुमान जयंती के दिन घर में किसी भी व्यक्ति को मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से इसका प्राश्चित भुगतना पड़ सकता है.
6. हनुमान जी की पूजा करते समय महिलाओं को हनुमान जी की प्रतिमा या चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए. क्योंकि हनुमान जी के पूजा में ब्रम्हचारी व्रत का पालन करना आवश्यक होता है.
7.हनुमान जी की पूजा गंदे वस्त्र पहनकर व बिना स्नान किए नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से दोष लगता है.
इस तरह से करें हनुमान जयंती पर पूजा
1. हनुमान जयंती के दिन प्रातः काल स्नान करने के पश्चात लाल या पीले रंग का वस्त्र पहनकर पूजा करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है.
2. हनुमान जी को शांतिदूत माना जाता है, इसलिए हनुमान जी की पूजा आराधना शांत मन से करनी चाहिए. जिससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं.
3. हनुमान जी की पूजा में बेसन के लड्डू का भोग लगाना चाहिए.
4. हनुमान जी की पूजा में सफाई और पवित्रता का विशेष ध्यान देना चाहिए.
5. हनुमान जयंती के दिन सुंदरकांड का पाठ करने से आपके सारे बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं और आपके जीवन से सारे अमंगल दूर हो जाते हैं.
6. हनुमान जी भगवान राम के सच्चे भक्त हैं. इसलिए हनुमान जयंती के दिन राम नाम का जप करने से हनुमान जी की असीम कृपा प्राप्त होती है.
हनुमान जयंती पर बन रहा है विशेष संयोग
हनमान जयंती चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के पर्णिमा को यानी 16 अप्रैल को दोपहर 2.25 बजे से प्रारंभ होगी और 17 अप्रैल को दोपहर 12.24 बजे खत्म होगी. इस बार हनुमान जयंती की खास बात यह है, कि इस दिन रवि और हर्षना योग के साथ ही हस्त और चित्रा नक्षत्र का संयोग बन रहा है. हनुमान जयंती के दिन सुबह 5.55 से 8.40 बजे तक रवि योग बन रहा है. इस योग में हनुमान जी की पूजा करने से कई गुना फल मिलता है. साथ ही इस योग में अगर आप कोई नया कार्य शुरू करते हैं तो उस कार्य में सफलता मिलेगी.
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