इस कार्रवाई में आबकारी आरक्षक सतेज कोपरगांवकर, ओम प्रकाश राठौर, सावन सिसोदिया, अजय चंद्रभाल, मोहित रायकवार एवं मुकेश रावत भी शामिल थे। उल्लेखनीय है कि महू के आदिवासी क्षेत्र में अवैध शराब अधिक बनाई और बेची जाती है। इस क्षेत्र में आबकारी विभाग ने पहले भी छापामार कार्रवाई करके ढाबों पर अवैध तरीके से बेची जा रही शराब पकड़ी थी। कुछ ढाबा संचालक स्पिरिट से शराब बनाकर बेचने के धंधे में भी लिप्त पाए गए थे। स्पिरिट का उपयोग अवैध रूप से शराब बनाने में किया जाता है, जो जहरीली हो जाती है। जहरीली शराब पीने से प्रदेश में कई मौतें हो चुकी हैं। इंदौर के देपालपुर में भी कुछ साल पहले जहरीली शराब से मौतें हो चुकी हैं।
इस कार्रवाई में आबकारी आरक्षक सतेज कोपरगांवकर, ओम प्रकाश राठौर, सावन सिसोदिया, अजय चंद्रभाल, मोहित रायकवार एवं मुकेश रावत भी शामिल थे। उल्लेखनीय है कि महू के आदिवासी क्षेत्र में अवैध शराब अधिक बनाई और बेची जाती है। इस क्षेत्र में आबकारी विभाग ने पहले भी छापामार कार्रवाई करके ढाबों पर अवैध तरीके से बेची जा रही शराब पकड़ी थी। कुछ ढाबा संचालक स्पिरिट से शराब बनाकर बेचने के धंधे में भी लिप्त पाए गए थे। स्पिरिट का उपयोग अवैध रूप से शराब बनाने में किया जाता है, जो जहरीली हो जाती है। जहरीली शराब पीने से प्रदेश में कई मौतें हो चुकी हैं। इंदौर के देपालपुर में भी कुछ साल पहले जहरीली शराब से मौतें हो चुकी हैं।
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